मुरैना के युवक का UP में फर्जी एनकाउंटर, आगरा पुलिस पर दर्ज होगा केस, अग्निवीर भर्ती देने गया था, तस्कर समझकर मारी थी गोली

भोपाल । छह महीने पहले अग्निवीर भर्ती में शामिल होने गए मुरैना निवासी युवक का आगरा पुलिस ने खनन तस्कर बताकर भर्ती एनकाउंटर कर दिया। वह बस से पेशाब करने के लिए उतरा था, इतने में सिविल ड्रेस में आए पुलिस वालों ने उसे गोली मार दी। 48 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आखिर जंग हार गया। इसके बाद मां ने वकील के साथ मिलकर हत्यारोपी पुलिस वालों के खिलाफ सुबूत जुटाए और कोर्ट को बताकर पुलिस की फर्जी थ्योरी से पर्दा हटा दिया। कोर्ट ने सुबूतों के आधार पर आगरा पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
अग्निवीर की भर्ती देने आकाश 26 सितंबर की रात 10 बजे के घर से आगरा के लिए निकला था। इंदौर से दिल्ली जाने वाली बस यूपी-75 एटी-9864 के चालक रामेश्वर के अनुसार सुबह 6.30 बजे के लगभग आगरा से पहले कुर्रा तिराहे के पास आकाश पेशाब करने के लिए उतरा था और काफी देर तक वह नहीं लौटा, जिसके बाद वह बस लेकर निकल गया था। इसके कुछ देर बाद आकाश के परिजनों तक उसके एनकाउंटर की खबर पहुंची। 13 नवंबर को आकाश की मौत के बाद उसकी मां ममता ने आगरा कोर्ट में वकील भारतेंद्र सिंह के माध्यम से परिवाद लगाया। इसमें एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की गुहार लगाई। आगरा सीजेएम मृत्युंजय श्रीवास्तव की कोर्ट ने इस एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज कराते हुए आगरा पुलिस कमिश्नर को किसी अन्य एजेंसी से एफआईआर की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए। आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह के मुताबिक इस आदेश पर विधिक राय ली जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई करेंगे।