परिवहन विभाग का पोर्टल अभी भी अनफिट , भारी वाहन चालकों से मांग रहा है रूट और फिटनेस के लिए GPS

भोपाल। परिवहन विभाग द्वारा प्रदेश में कल16 मार्च  से केंद्र सरकार के वाहन पोर्टल पर वाहनों के परमिट और फिटनेस के काम को शुरू किया गया। नए सिस्टम के शुरू होते ही कई सारी समस्याएं भी सामने आने लगी है, जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि सिस्टम को ट्रायल किए बिना ही शुरू कर दिया गया है। प्रदेश में परिवहन विभाग अपने सभी काम केंद्र के पोर्टल पर शिफ्ट कर रहा है। इसी क्रम में कमर्शियल वाहनों के परमिट और फिटनेस के काम को भी 6 मार्च से प्रदेश के स्मार्ट चिप कंपनी के सर्वर से बंद कर दिया गया था और 14 मार्च से वाहन पोर्टल पर शुरू किया जाना था, लेकिन कुछ तकनीकी समस्याओं के चलते दो दिन देरी से कल से नए सिस्टम पर दोनों काम शुरू किए गए हैं, लेकिन नए सिस्टम के शुरू होते ही नई समस्याएं भी सामने आने लगी हैं। जैसे परमिट के लिए सिर्फ स्टेज कैरेज बसों को रूट दर्ज करना होता है, जबकि अन्य कमर्शियल वाहन जैसे ट्रकों को प्रदेश का या ऑल इंडिया का विकल्प मिलता है, लेकिन नया सिस्टम ट्रकों के परमिट के लिए भी रूट दर्ज करने को कह रहा है। इसी तरह फिटनेस में भी सिर्फ यात्री वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (वीएलटीडी) लगाना अनिवार्य किया गया है, लेकिन सिस्टम सभी कमर्शियल वाहनों में वीएलटीडी की जानकारी मांग रहा है। इससे आवेदक फिटनेस के अपाइंटमेंट तक नहीं निकाल पा रहे हैं।

आरटीओ के अधिकारियों का कहना है कि वाहनों के फिटनेस और परमिट को लेकर कल से ही नए सिस्टम पर काम शुरू हुआ है। इंदौर सहित प्रदेश के कई जिलों से नए सिस्टम को लेकर कई तरह की समस्याएं सामने आ रही हैं। इसकी जानकारी सिस्टम तैयार करने वाले एनआईसी के अधिकारियों को दी गई है। अधिकारी जल्द ही इन समस्याओं को दूर करेंगे।