मप्र में नाबालिग से दुष्कर्म के सर्वाधिक केस, नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट में खुलासा

भोपाल। वर्ष 2021 की नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में कुल चार लाख 75 हजार 918 प्रकरण दर्ज हुए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 42 हजार अधिक हैं। नाबालिग से दुष्कर्म और अनुसूचित जनजाति वर्ग पर सर्वाधिक अत्याचार के मामले मध्य प्रदेश में सामने आए हैं। अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार कई अभियान चला रही है। इसके बाद भी प्रदेश में अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के साथ घटित अपराध के मामले में मध्य प्रदेश इस वर्ष 30 हजार 673 प्रकरणों के साथ छठवें स्थान पर है। जबकि, वर्ष 2020 में यह पांचवें स्थान पर था। दहेज प्रताड़ना के मामले सात हजार 929 सामने आए हैं। देश में नाबालिग से दुष्कर्म के प्रकरण मध्य प्रदेश में सर्वाधिक तीन हजार 515 हैं। दहेज के लिए हत्या के प्रकरण के मामलों में मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है। वर्ष 2021 में 522 मामले दर्ज हुए हैं। महिलाओं पर हमले के मामले पांच हजार 760 सामने आए हैं। जबकि, महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में विवेचना करके न्यायालय में प्रस्तुत करने की दर 84 प्रतिशत रही है, जो देश में दूसारे स्थान पर है। अनसुचित जाति वर्ग के व्यक्तियों से संबंधित अपराधों के मामले में मध्य प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। यहां वर्ष 2021 में सात हजार 214 अपराध पंजीबद्ध हुए। आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में मध्य प्रदेश नंबर एक पर है। रिपोर्ट के अनुसार यहां दो हजार 627 प्रकरण दर्ज हुए हैं। हालांकि, अनुसूचित जाति-जनजाति से संबंधित मामलों में 99 प्रतिशत चालान प्रस्तुत किए गए हैं, जो देश में सर्वाधिक है। अनसुचित जाति वर्ग से जुड़े मामलों में सजा दिलाने की दर 34.3 प्रतिशत रही है, जो राष्ट्रीय औसत 28.1 प्रतिशत से अधिक और राज्यों में दूसरे स्थान पर है। दुष्कर्म से संबंधित मामलों में अपराध दर तेलंगाना और केरल में अधिक है। हत्या के मामले में तेलंगाना और हत्या के प्रयास के मामलों में अनुसूचित जाति के संबंध में तेलंगाना, गुजरात और बिहार में अपराध दर मध्य प्रदेश से अधिक है। उधर, प्रदेश कांग्रेस ने नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो की वर्ष 2021 की रिपोर्ट के हवाले से सरकार को घेरा। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि वर्ष 2021 में दो हजार 34 लोगों की हत्या हुई। अश्लीलता से जुड़े मामलों में मध्य प्रदेश देश में पहले नंबर पर पहुंच गया है। सात हजार 528 व्यक्तियों पर अश्लीलता फैलाने के मामले कायम किए गए। प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार के 30 हजार 673 प्रकरण दर्ज किए गए, जो वर्ष 2020 की तुलना में पांच हजार अधिक हैं। अपहरण के नौ हजार 511 मामले सामने आए हैं। जबकि, 2020 में ये सात हजार 320 थे। इसी तरह बच्चों से अत्याचार के मामले 19 हजार 173 मामले सामने आए।