ग्वालियर-चंबल संभाग में 2018 में हुई हिंसा में सभी वर्गों पर दर्ज प्रकरण वापस लेगी सरकार

भोपाल। 4 अप्रैल 2018 को ग्वालियर-चंबल संभाग में कुछ अप्रिय स्थितियां बनी थी और समाज में आपस में झगड़े बढ़े थे। अनुसूचित जाति और सामान्य वर्ग के लोगों पर मुकदमे हुए थे। दोनों समाजों के प्रतिनिधिमंडल ने समझौता कराने के लिए कहा कि उस दौरान के मुकदमों को वापस लिया जा रहा है। व्यापक विचार के बाद दोनों समाज की पहल पर और सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए राज्य शासन मुकदमे वापस लेने का फैसला किया है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी के उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित मूंग दाल वितरण समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता बढ़ाने के लिए शासन वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यथा संभव समरस पंचायत बनें। उन्होंने कहा कि उनकी एक-एक घोषणाएं पूरी हो रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि पंचायत के चुनाव संपन्न होने वाले हैं। चुनाव में प्रतिस्पर्धा स्वाभाविक है। पंच को परमेश्वर माना जाता है। पंचायत के चुनाव में सभी सर्वसहमति से अपने पंच को चुन लें, तो समरस पंचायत बनी तो ग्रामीण विकास के लिए बेहतर होगा। इस दौरान मुंख्यमंत्री ने कुछ विद्यार्थियों को मूंग दाल का वितरण किया। उन्होंने बच्चों से कहा कि खूब पढ़ों, बढ़ों और मूंग की दाल खाओ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक रूप से मेधावी बच्चों को पढ़ाई में कहीं कोई भी दिक्कत नहीं आएगी, क्योंकि मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना लागू हैं। साथ ही बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 भी लेकर आ रहे हैं। किसी भी विद्यार्थी को पढ़ाई में कोई भी बाधा नहीं आने देंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि पढ़ाई में पैसा कोई बाधा नहीं है। माता-पिता नहीं, बल्कि मामा फीस भरेगा। आप अच्छे पद पर पहुंच सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान विधायक कृष्णा गौर, चिकित्सा मंत्री विश्वास सारंग सहित खाद्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे। उत्कृष्ट विद्यालय में हर स्कूल से 50-50 बच्चों को मूंग दाल देने के लिए बुलाया गया था। इसमें बच्चों के समग्र आईडी और आधार कार्ड का मिलान कर मूंग दाल का वितरण किया जा रहा है। इसमें पहली से पांचवीं तक के बच्चों को दस-दस किलो और छठवीं से दसवीं तक के बच्चों को 15-15 किलो मूंग दाल वितरण किया जा रहा है। इस दौरान बच्चों का थंब इम्प्रेशन लेकर और समग्र आईडी का मिलान कर मूंग दाल दिया जा रहा है।

दरअसल, एससी एसटी एक्ट के विरोध में 2018 में 2 अप्रैल को ग्वालियर चंबल संभाग में दो वर्गों में हिंसाहो गई थी, जिसमें 6 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल भी हुए थे, इसमें भिंड मुरैना ग्वालियर में कई लोगों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. इसी मामले को लेकर प्रदेश में फिर सियासत हो रही है। आने वाले नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में BJP हिंहिंसा को लेकर दर्ज हुए आपराधिक मामलों को वापस लेकर बोट बैंक अपने पक्ष में करने का प्रयास कर कर रही है।