कांग्रेस अब हर जिले में बना रही संगठन मंत्री; मंडलम् और सेक्टर समितियों से कराएंगे काम , गतिविधियों को लेकर स्थापित करेंगे समन्वय

ग्वालियर/भोपाल। कांग्रेस अब हर जिले में संगठन मंत्री बना रही है। इसकी शुरुआत हो गई है। जिन नेताओं को संगठन मंत्री बनाया जा रहा है उन्हें मंडलम् और सेक्टर समितियों से काम कराने के साथ संगठन की गतिविधियों को लेकर नेताओं में समन्वय स्थापित करने की जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
मध्य प्रदेश में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की कांग्रेस ने तैयारी तेज कर दी है। प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ संगठन में जहां बड़े बदलाव करने के मूड में हैं वहीं ब्लॉक मंडलम् और सेक्टर स्तर पर कांग्रेस को मजबूत करने में लगे हुए हैं। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के 52 जिलों में प्रभारी नियुक्त किए हैं। जिला प्रभारियों को काम पर लगाते हुए नाथ ने मंडलम् और सेक्टर के गठन के संबंध में अपडेट जानकारी मांगी है जहां पर मंडलम् व सेक्टर का पूर्ण गठन हो गया है उसका सत्यापन करने को कहा गया है।
इधर जिलों में पहले जहां प्रभारी नियुक्त किए गए वहीं अब संगठन मंत्री बनाए जा रहे हैं। प्रदेश के 52 में से आठ जिलों भिंड नरसिंहपुर रायसेन मंडला सिवनी उज्जैन कटनी और आगर मालवा में संगठन मंत्री की नियुक्ति कर दी गई है। संगठन मंत्री का दायित्व रहेगा कि वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बनाए गए जिला प्रभारी के साथ संगठन एवं जिला कांग्रेस की गतिविधियों के संबंध में समन्वय स्थापित करेंगे। जिले के सभी मंडलम् और सेक्टर समितियों की बैठक करेंगे। साथ ही संगठन के निर्देशों का पालन कराएंगे।
संगठन चलाने का देंगे प्रशिक्षण
शहर और जिला अध्यक्षों ने ब्लॉक मंडलम् व सेक्टर का गठन कागजों में या फिर वास्तव में किया है। इसका सत्यापन होने के बाद पद मिलने के बावजूद सक्रिय न रहने वाले नेताओं को पदमुक्त किया जाएगा। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सत्यापन का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। इसके पूरे होते ही सक्रिय रहने वाले ब्लॉक मंडलम् और सेक्टर पदाधिकारियों को चुनाव में काम करने सहित संगठन की गतिविधियों को चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।