पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा,कुल अवधि लगभग 4 मिनट

नई दिल्ली। इस साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को है। पृथ्वी के कई हिस्सों में ये बड़ी खगोलीय घटना देखी जाएगी। हालाकि ये पूर्ण सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। पूर्ण सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका के कई राज्यों, मेक्सिको और कनाडा से होकर गुजरेगा। पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है। जिससे सूर्य का चेहरा पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है। नासा ने कहा है कि इस दिन आसमान में इस तरह का अंधेरा छा जाएगा जैसे सुबह या शाम हो गई हो। ग्रहण की कुल अवधि लगभग 4 मिनट होगी। सूर्य ग्रहण से पहले संबंधित संस्थाओं ने ग्रहण देखने के लिए कई चेतवानी और दिशा निर्देश जारी किए हैं। सूर्य ग्रहण की दृश्यता कई कारकों पर निर्भर करती है जिसमें पर्यवेक्षक का स्थान और पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य का संरेखण शामिल है।
सबसे पहली वजह समग्रता का मार्ग जो कुछ संकरा होता है और जहां सूर्य चंद्रमा द्वारा पूरी तरह से अस्पष्ट होता है। ऐसे में इसे वही देख पाते हैं जो इस रास्ते में पड़ते हैं। इस रास्ते के बाहर पर्यवेक्षकों को आंशिक ग्रहण दिखाई दे सकता है जहां सूर्य का केवल एक हिस्सा चंद्रमा द्वारा कवर किया जाता है। इसमें दूसरी अहम वजह पृथ्वी का घूर्णन है। पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है इसलिए ग्रह के विभिन्न भागों में अलग-अलग समय पर दिन का प्रकाश अनुभव होता है। ऐसे में जब सूर्य ग्रहण होता है तो केवल वे क्षेत्र ही इसे देख सकते हैं जहां रात या दिन के समय अंधेरा होता है। इसके अलावा मौसम, बादल, वायुमंडलीय धुंध ग्रहण के दृश्य को अस्पष्ट कर सकते हैं।
पूर्ण सूर्य ग्रहण को देखते हुए अमेरिका के कई हिस्सों में चेतावनी जारी की गई है। ओक्लाहोमा, इंडियाना, ओहियो, मिसौरी, न्यूयॉर्क और केंटकी राज्यों ने अपने निवासियों को आगामी ग्रहण से पहले तैयार रहने के लिए सचेत किया है। इन जगहों पर स्कूल बंद रखने का फैसला लिया गया है और आम लोगों को भोजन और आवश्यक आपूर्ति का स्टॉक करने की सलाह दी है क्योंकि जिन क्षेत्रों में ग्रहण दिखाई देगा वहां इस घटना को देखने के लिए आगंतुकों की आमद देखी जाएगी। सूर्य ग्रहण के दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी चेतावनी भी है। अपनी आंखों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। ग्रहण के दौरान भी सीधे सूर्य की ओर देखने से आंखों की गंभीर क्षति हो सकती है जिसमें स्थायी अंधापन भी है। अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए ग्रहण चश्मे या सौर फिल्टर जैसे उचित आंखों की सुरक्षा के बिना कभी भी सीधे सूर्य की ओर न देखें। इसमें ये भी ध्यान रखने की बात है कि नियमित धूप का चश्मा, घर का बना फिल्टर, या स्मोक्ड ग्लास जैसे कामचलाऊ चीजें सूर्य ग्रहण देखने के तरीके ठीक नहीं हैं।