मध्य प्रदेश में 22 अगस्त से शुरू होगी वाहन पोर्टल के माध्यम से वीआईपी नंबरों की ऑनलाइन नीलामी, आवेदक सिर्फ़ 24 बार बोली लगा सकेंगे

भोपाल । प्रदेश में सोमवार से एक बार फिर वाहनों के लिए वीआईपी नंबरों की ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया शुरू होने वाली है। प्रदेश में पहली बार केंद्र के वाहन पोर्टल के माध्यम से होने वाली इस प्रक्रिया की एक बड़ी कमी यह सामने आई है कि इसमें किसी नंबर पर अगर एक से ज्यादा आवेदक बोली लगा रहे हैं तो समय पूरा होने के बाद 2 घंटे में 24 बोली ही लगाई जा सकेंगी। इस दौरान चाहे आवेदक और ऊंची बोली लगाने को तैयार हों, तब भी नीलामी आगे नहीं बढ़ेगी। परिवहन विभाग द्वारा 1 अगस्त से प्रदेश में केंद्र सरकार के वाहन पोर्टल पर काम शुरू किया गया है। इस सिस्टम के लागू होने के बाद से वीआईपी नंबरों की ऑनलाइन नीलामी को बंद कर दिया गया था। अब नए सिस्टम और व्यवस्थाओं के साथ वीआईपी नंबरों की नीलामी सोमवार से दोबारा शुरू होगी। पहले लागू सिस्टम की अपेक्षा नए सिस्टम में कई बदलाव किए गए हैं, जैसे पहले जहां नीलामी माह में दो बार हर 15 दिन में होती थी, वहीं अब हर हफ्ते होगी। इसमें एक बड़ा बदलाव जो सामने आया है, उसके तहत अब वीआईपी नंबर की बोली सोमवार से शुरू होकर गुरुवार शाम पांच बजे तक ही चलेगी। वहीं अगर कोई आवेदक शाम 4.55 से 5 बजे के बीच किसी नंबर पर ऊंची बोली लगाता है तो नीलामी प्रक्रिया को पांच-पांच मिनट के लिए सिर्फ दो घंटे के लिए शाम 7 बजे तक ही बढ़ाया जाएगा। यानी उस नंबर पर बोली लगा रहे सभी आवेदक कुल मिलाकर 24 बोली ही लगा पाएंगे। ऐसी स्थिति में शाम 6.55 से 7 बजे के बीच जिसकी भी आखिरी सबसे ऊंची बोली होगी नंबर उसे ही मिल जाएगा। दूसरे आवेदक चाहकर भी बोली को आगे नहीं बढ़ा पाएंगे।

अधिकारियों का कहना है कि पहले बोली देर रात से शुरू होकर अकसर सुबह तक चलती थी। इस दौरान कोई समस्या आने पर बोली लगा रहे लोगों को अधिकारी सहयोग नहीं कर पाते थे। इसे देखते हुए बोली के समय को शुरुआत में शाम तक का ही रखा गया है। इस समय तक एनआईसी के अधिकारी सहायता के लिए मौजूद रहते हैं। एक से दो माह में सिस्टम सेट होने के बाद नीलामी को रात 12 तक करने का विचार है, लेकिन तब भी आखिरी बोली 2 घंटे में 24 बार से ज्यादा देर के लिए नहीं बढ़ाई जाएगी।
दोपहिया चालक पहले ही नए सिस्टम से नाराज
नए सिस्टम की घोषणा के बाद से ही जैसा बताया गया है कि इसमें हर वाहन की एक ही सीरिज होगी और हर नंबर के लिए हर वाहन अपने कैटेगरी के हिसाब से न्यूनतम कीमत से बोली शुरू कर सकता है, लेकिन अगर उस नंबर पर एक से ज्यादा वाहन कैटेगरी के लोग बोली लगाते हैं तो नंबर सर्वाधिक कीमत पर ही बिकेगा। जैसे 0001 नंबर अभी दोपहिया के लिए 20 हजार का है और कार के लिए 1 लाख का। ऐसे में बोली में दोपहिया मालिक को यह नंबर खरीदने के लिए किसी कार मालिक द्वारा बोली लगाने के बाद 1 लाख से ऊंची बोली लगाना पड़ेगी, यानी दोपहिया मालिक को चार पहिया वाहन मालिक से मुकाबला करना होगा।
सुबह तक लगती थी बोली विभाग का भी होगा नुकसान
प्रदेश में अब तक लागू सिस्टम के तहत किसी भी नंबर पर रात 11.45 से 12 के बीच बोली लगाने पर बोली का समय 15 मिनट आगे बढ़ता था और यह तब तक बढ़ता रहता था, जब तक बोली लगती रहती थी। इसके कारण कई बार कारों की नई सीरिज खुलने पर एक लाख के 0001 नंबर की बोली सुबह तक चलती थी। नई व्यवस्था के कारण 24 बार से ज्यादा बोली आगे नहीं बढ़ेगी। इससे विभाग को भी ऊंची कीमत मिलने में परेशानी आएगी और आवेदक भी चाहकर भी ज्यादा कीमत लगाकर नंबर नहीं ले पाएंगे।