महाराजपुरा-बानमोर और पीथमपुर में सालों से आबंटित है जमीनें; उद्योग नहीं किया स्थापित, वापस लेने सर्वे शुरू !

 

भोपाल। कई उद्यमियों ने सालों पूर्व जमीनें आवंटित करवा ली, मगर अभी तक उद्योग स्थापित नहीं किए, तो दूसरी तरफ नए उद्यमी जमीनों का आवंटन करवाने के लिए कतार में लगे हैं। लिहाजा उद्योग स्थापित न करने वालों से जमीनें छिनेंगे। इसके लिए एमपीआईडीसी ने पीथमपुर,महाराजपुरा और बानमोर समेत अपने सभी औद्योगिक क्षेत्रों में सर्वे शुरू करा दिया है। प्रबंध संचालक मनीष सिंह ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक में इस आशय के निर्देश अधिनस्थों को दिए भी, जिसके फलस्वरूप इस तरह के आवंटनों को चिन्हित किया जा रहा है।
पिछले दिनों ही सम्पन्न हुई ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में लाखों करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं और लगातार उद्यमी-निवेशक जमीनों की मांग कर रहे हैं। अधिकांश उद्यमियों को भोपाल, इंदौर, पीथमपुर और उसके आसपास की जमीनों की दरकार है, मगर एमपीआईडीसी के पास पीथमपुर में ही जमीनों का टोटा हो गया और अब नए औद्योगिक क्षेत्र तेजी से विकसित किए जा रहे हैं। प्रबंध संचालक मनीष सिंह ने ऐसे उद्योगों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं जिन्होंने जमीनें तो आवंटित करवा ली, मगर अभी तक कोई कामकाज शुरू नहीं किया, बल्कि कई उद्योगों ने तो जमीनें खाली ही पटक रखी है। लिहाजा सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को ऐसे डिफॉल्टर उद्यमियों की सूची बनाने, उन्हें नोटिस थमाने और बेदखली की कार्रवाई शुरू करने को कहा गया है। अभी पिछले दिनों ही रतलाम औद्योगिक क्षेत्र में 114 पट्टे उद्योगों को स्थापित करने के लिए दिए गए थे, लेकिन मौके पर 31 ने ही काम शुरू किया।