मप्र में 12 माह के लिए किराए पर जेट प्लेन लेगी सरकार, 13 वर्ष में 113 करोड़ 45 लाख से ज़्यादा का भुगतान किराए में कर चुकी

भोपाल/ ग्वालियर । विधानसभा चुनाव को देखते हुए अब इस वर्ष भी स्टेट जेट प्लेन नहीं खरीदा जाएगा। इसका प्रस्ताव फिलहाल स्थगित रखा गया है। इसकी जगह निजी कंपनियों से 12 माह के अनुबंध पर डबल इंजन जेट प्लेन किराए पर लेने का निर्णय लिया है। इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिए हैं। यह तकनीकी बिड 29 अगस्त को खोली जाएगी।
टेंडर में शर्तें रखी गई हैं कि जेट प्लेन के साथ पायलट, इंजीनियर आदि क्रू भी निजी कंपनी को उपलब्ध कराने होंगे। यदि सेवा अच्छी रही तो अनुबंध 12 माह के बाद पुन: बढ़ाया जा सकेगा। हर माह न्यूनतम 60 घंटे की उड़ान होगी। रखरखाव के कारण यदि प्लेन ग्राउंड किया जाता है तो कंपनी को स्टेंडबाय प्लेन रखना होगा। बता दें कि पिछले 13 वर्ष में राज्य सरकार किराए के विमान पर 21 कंपनियों को 113 करोड़ 45 लाख 70 हजार 537 रुपये भुगतान कर चुकी है।
वर्तमान में सरकार के पास कोई बड़ा विमान नहीं है। ऐसे में राज्य सरकार ने अलग-अलग विमानन कंपनियों से अनुबंध किया हुआ है। समय-समय पर इन कंपनियों से निर्धारित किराया भुगतान कर विमान का उपयोग किया जाता है। हाल ही में 12 विमानन कंपनियों की सेवाएं लेने के लिए अनुबंध हुआ है। किराए लिए जाने वाले विमानों से मुख्यमंत्री और मंत्रीगण भी हवाई यात्रा करेंगे। इन कंपनियों से दो से पांच लाख रुपये प्रति घंटा के हिसाब से किराए के वायुयान लिए जाएंगे। पिछले वित्त वर्ष में आठ निजी कंपनियों का एम्पैनलमेंट किया गया था तथा इस बार 12 कंपनियां चिह्नित की गई हैं। ये निजी कंपनियां जेट एवं प्रापुलर वाले विमानों के साथ-साथ हेलीकाप्टर भी उपलब्ध कराएगी। किराए की राशि देने के लिए विमानन विभाग ने 40 करोड़ रुपयों का बजट रखा है।
कमल नाथ सरकार में खरीदा गया विमान ग्वालियर में है दुर्घटनाग्रस्त
कमल नाथ सरकार में प्रापुलर वाला स्टेट प्लेन अमेरिका की टेक्सट्रान कंपनी से 61 लाख 75 हजार यूएस डालर में खरीदा गया था, जो छह मई 2021 को ग्वालियर में लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। यह स्टेट प्लेन अब उड़ान योग्य नहीं रह गया है। इसलिए राज्य सरकार ने नया स्टेट जेट प्लेन खरीदने का निर्णय लिया और छह मार्च 2023 को एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट जारी किया। इसके बाद राज्य सरकार को नया जेट प्लेन क्रय करने के लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) जारी करना था, लेकिन उसने इसके स्थान पर डबल इंजन जेट प्लेन किराए पर लेने निर्णय लिया है।