मप्र के पेंशनर्स को मिली राहत, घर बैठे बनवा रहे आनलाइन जीवन प्रमाणपत्र

भोपाल । केंद्र सरकार के डिजिटलाजेशन अभियान से पेंशनर्स को जीवित प्रमाण पत्र देना आसान हुआ है। इसके लिए बस थोड़ा तकनीकी ज्ञान जरूरी है। एक बार एप के माध्यम से लागिन कर लिया तो हर साल पूरी प्रमाण पत्र देना भी जरूरी नहीं होगा। जिससे पेंशनर्स को मिलने वाली पैंशन में कोई बाधा नहीं होगी। इसके लिए केद्र सरकार की ओर से स्टेट बैंक की शाखाओं में डिजिटल जीवित प्रमाण बनाने के लिए शिविर भी आयोजित किए गए थे। असल में 30 नवंबर को हर पेंशनर्स को अपने जीवित होने का प्रमाण पत्र देना होता है। इसके लिए उन्हें अब परेशान नहीं होना होगा अब वह अपने जीवित होने का प्रमाण मोबाइल के द्वारा बैंक, पोस्ट आफिस आदि जहां से पेंशन मिलती है वहां पर दे सकेंगे।
गौरतलब है कि पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। फेस आथेंटिकेशन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जहां पर केंन्द्र सरकार के पेंशनर्स अपना डिजिटल जीवन प्रमाण बना सकेंगे।
फेस आथेंटिकेशन एप
फेस आथेंटिकेशन एप के माध्यम से अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए बड़ी संख्या में वृद्ध पुरुष पेंशनभोगी और महिला पेंशनभोगी आगे आ रहे हैं। अपने मोबाइल फोन में फेस ऑथेंटिकेशन जीवन प्रमाण ऐप डाउनलोड कर, खुद ही अपने फोन से जीवन प्रमाणपत्र बना सकते हैं। इसके अलावा वह पोस्ट आफिस के माध्यम से भी बनवा सकते हैं इसके लिए पोस्ट आफिस में संपर्क करना होगा। जिसके बाद पोस्ट आफिस का कर्मचारी घर आकर डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाएगा, जिसकी 70 रुपए शुल्क अदा करनी होगी।
एप पर देनी होगी जानकरी
डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र बनवाने के लिए पेंशनर्स को आधार नंबर, पेंशन पेमेंट आर्डर, बैंक अकाउंट, फोन नंबर ऐप पर डालना होगा, जिसके बाद उसे बायोमेट्रिक आथेंटिकेशन पूरा करना होगा। जिसके बाद उसका मोबाइल नंबर पर जीवन प्रमाण सर्टिफिकेट आइडी का मैसेज आ जाएगा। स्टेट बैंक द्वारा फेस आथेटिंकेशन तकनीक को बढ़वा देने के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है। केंद्र व राज्य सरकार के सभी पेंशनर्स डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनवा सकते हैं। अब उन्हें जीवन प्रमाण पत्र बनवाने के लिए डाक्टर ,बैंक या पोस्ट आफिस के चक्कर नहीं लगाना होगा। हर साल नवंबर से पहले वह अपने मोबाइल पर फेस आथेंटिकेशन एप पर अपनी जानकारी के साथ थंब लगाकर अपने जीवत होने का प्रमाण घर बैठे दें सकेगे।