इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं की ‘पूछताछ’, तीन संदिग्ध भिखारी एहतियातन गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में घूम-घूम कर भीख मांग रहे तीन संदिग्ध लोगों को पुलिस ने ‘सार्वजनिक शांति भंग होने की आशंका’ पर गिरफ्तार किया है। पुलिस के अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। घटना के वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें इंदौर से करीब 60 किलोमीटर दूर कचालिया गांव में कुछ लोग इन भिखारियों से पूछताछ करते और उनसे पहचान के प्रमाण के रूप में आधार कार्ड मांगते दिखाई दे रहे हैं।

चंद्रावतीगंज पुलिस थाने के प्रभारी मंशाराम बघेल ने बताया, ‘कचालिया गांव के एक व्यक्ति ने सोमवार शाम पुलिस को फोन पर सूचना दी कि वहां तीन संदिग्ध लोग मिले हैं। हम मौके पर पहुंचे और तीनों को पुलिस थाने ले आए।’ थाना प्रभारी ने बताया कि सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक इन लोगों की पहचान ज्ञान सिंह (26), राकेश बैरागी (30) और मोहर सिंह (33) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि ये लोग उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं और देश भर में घूम-घूम कर भीख मांगते हैं।

 

बघेल ने बताया, ‘हमने तीनों लोगों को सार्वजनिक शांति भंग होने की आशंका पर दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 151 (संज्ञेय अपराध घटित होने से रोकने के लिए की जाने वाली एहतियातन गिरफ्तारी) के तहत गिरफ्तार किया है।’ इस बीच, बजरंग दल की इंदौर इकाई के संयोजक तन्नू शर्मा ने कहा, ‘कचालिया गांव में पिछले कई दिनों से नजर आ रहे तीनों संदिग्ध लोगों को सांवेर क्षेत्र के बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पकड़ा था और उनसे पूछताछ की थी।’

 

शर्मा ने कहा कि बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने जब इन लोगों से आधार कार्ड मांगे, तो वे न तो आधार कार्ड दिखा सके, ना ही अपने पते-ठिकाने को लेकर कोई संतोषजनक जवाब दे सके। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, ‘संदिग्ध लोगों से पूछताछ और उनकी धर-पकड़ पुलिस का काम है। क्या सूबे में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को पुलिस के ये अधिकार दे दिए गए हैं?’

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