मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री बोलीं-कुरान अनुमति दे तो ही गरबे में आएं मुस्लिम

भोपाल। मुस्लिमों को गरबा में प्रवेश को लेकर शिवराज सरकार की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने फिर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह शक्ति की आराधना का पर्व है। यदि मूर्ति पूजा में मुस्लिमों की आस्था है तो उनका स्वागत है। कुरान या धर्मशास्त्र, उन्हें अनुमति देते हैं तो ही वे आएं। केवल मनोरंजन के लिए न आएं। मां, बहन, बेटी या पत्नी को लेकर आएं। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि बिना पहचान पत्र किसी को गरबा में प्रवेश न भी दें।
संस्कृति मंत्री ने विधानसभा परिसर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि गरबा पंडाल में कोई भी अपनी पहचान छुपाकर प्रवेश न करे। इसे पंथ या संप्रदाय से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। नवदुर्गा का उत्सव शक्ति व साधना का पर्व है। किसी प्रकार का झूठा वातावरण न बने। पहचान बताकर कोई भी जा सकता है। वहीं, भोपाल में तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास की घटना पर उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसे मामलों में फांसी की सजा और त्वरित सुनवाई की व्यवस्था बनाई है। जागरुकता के कार्यक्रम भी चल रहे हैं लेकिन समाज को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम के सिलसिले में ग्वालियर पहुंची संस्कृति मंत्री ने गरबा आयोजन में मुस्लिमों के प्रवेश को लेकर कहा था कि इस बार गरबे के कार्यक्रमों में आधार कार्ड देखकर प्रवेश दिया जाएगा। बगैर पहचान किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। क्योंकि गरबा कार्यक्रम लव-जिहाद का बड़ा माध्यम बन चुके थे।