ग्वालियर किला गुरु दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारे में सिख समागम का आयोजन शुरू, देश-विदेश की संगत के साथ 40 हज़ार लोग टेकेंगे मत्था

 

ग्वालियर।सिख धर्म के छठवें गुरू श्री हरगोबिन्द साहिब ग्वालियर के क़िले में दो वर्ष तक क़ैद रहे थे।उन्न्होने 52 हिन्दू राजाओं को मुग़ल बादशाह जहांगीर की क़ैद से  छुड़वाया था।इस दिन को याद करने के लिए गुरुद्वारा दाता बंदी छोड़ ग्वालियर के क़िले पर 12 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक भव्य  समारोह का आयोजन शुरू हो गया है।उक्त समागम में देश-विदेश की संगत शामिल होने के लिए आ रही है । यह जानकारी पद्मश्री सम्मानित सेवा सिंह ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान संवाददाताओं को दी।उन्होंने बताया कि 13 अक्टूबर को शाम से गुरुद्वारा परिसर में शबद गुरुवाणी तथा कथा कीर्तन का कार्यक्रम शुरू होगा ।इसके बाद 14 अक्टूबर को सुबह 8 बजे श्री अखंड पाठ एवं उसके पश्चात हरमंदिर साहिब अमृतसर से हुज़ूर रागी, दाढ़ी जत्थों व छोटे बच्चों की प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।

इसके अलावा दाता बंदी छोड़ परिसर में सिख संगत द्वारा दूर दराज़ से आए श्रद्धालुओं के लिए लंगर और पानी की छबील के काउंटर समेत स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जा रहे हैं।समागम में 40 हज़ार सिख संगत के आने का अनुमान बताया गया है।इसके अलावा UK-कनाडा से भी बड़ी संख्या में सिख संगत आ रही है। जिनके भोजन और रहने की पूरी सुविधा क़िला स्थित गुरुद्वारे में की गई है।

बाबा सेवा सिंह ने बताया कि ज़िले के वातावरण को सुंदर स्वच्छ और साफ़ सुथरा बनाने के लिए पेड़-पौधे लगाने का कारण अभी भी निरंतर जारी है।वहीं साडा क्षेत्र में भी 10 गुरू साहिबानों के नाम पर तैयार पर दस पार्क  तैयार किये गए हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान बाबा लक्खा सिंह ,बाबा गुरमीत सिंह बाबा दविंदर सिंह और वरिष्ठ पत्रकार गुरशरण सिंह मौजूद रहे।