140 सीटों पर नाम फाइनल,14 अक्टूबर को घोषित हो सकती है कांग्रेस की पहली सूची, संभावित उम्मीदवारों के नाम आए सामने

 

भोपाल।मप्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के 79 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद अब कांग्रेस के प्रत्याशियों का इंतजार है। 7 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई। बैठक में नाम तय कर लिए गए हैं। इसमें हारी सीटों के साथ ही सिंगल नाम वाली सीटें शामिल हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि बैठक में 140 सीटों पर नाम लगभग फाइनल कर दिए गए हैं। अभी पितृपक्ष चल रहा है, ऐसे में पार्टी ने नामों की घोषणा फिलहाल न करने का निर्णय लिया है। पितृपक्ष के बाद नवरात्रि में कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी।
गौरतलब है कि शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक करीब ढाई घंटे चली। इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व कांग्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मप्र प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, पीसीसी चीफ कमलनाथ, नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और आदिवासी नेता और विधायक ओमकार सिंह मरकाम शामिल हुए। बैठक के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि अभी हमारी सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई है। हमने बहुत सारे नामों पर चर्चा की है। अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। हम अगले 6 से 7 दिनों में फैसला करेंगे। करीब 130-140 सीटों पर चर्चा हुई है। इसमें सभी के सुझाव सुन लिए हैं। अभी उसके आधार पर फिर से बैठक बुलाकर फैसला करेंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में 100 से ज्यादा सीटों पर नाम तय कर लिए गए हैं। पार्टी प्रत्याशियों के लिए क्राइटेरिया तय किया गया है कि इस बार बाहरी प्रत्याशियों को टिकट नहीं दिया जाएगा। तीन बार हारे नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा। वहीं, जिले के बाहर के नेताओं को भी टिकट नहीं दिया जाएगा।
प्रत्याशियों को तैयारी का इशारा
कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन को लेकर लंबे समय से तैयारी कर रही है। इसके लिए पीसीसी चीफ कमलनाथ और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लगातार क्षेत्र में दौरे किए और प्रत्याशियों के चयन को लेकर जमीनी फीडबैक लिया। जिसके आधार पर ही हारी सीटों पर प्रत्याशियों का चयन किया गया है। कांग्रेस ने इस बार सिर्फ जिताऊ उम्मीदवार को उतारने का निर्णय लिया है। सिंगल नाम वाली और हारी सीटों पर पार्टी ने पहले ही अपने प्रत्याशियों को चुनाव की तैयारी में जुटने को कह दिया है। यह बात कई बार पीसीसी चीफ भी कह चुके हैं। कांग्रेस के मध्यप्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में पीसीसी चीफ कमलनाथ का एक तरह से समर्थन किया। एआईसीसी मुख्यालय में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद मध्य प्रदेश चुनाव के लिए पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि कमलनाथ मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और जो भी प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष है, वह व्यक्ति स्वाभाविक रूप से कांग्रेस का चेहरा है। हालांकि कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित नहीं किया है, लेकिन अगर पार्टी चुनाव में बहुमत हासिल करने में कामयाब होती है तो नाथ को सबसे आगे माना जा रहा है। वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में नाथ का समर्थन कर चुके थे।
कांग्रेस दो सूची में 230 उम्मीदवार घोषित करेगी
मप्र कांग्रेस की पहली सूची पितृ पक्ष के बाद नवरात्रि में जारी होने की बात कही जा रही है। दरअसल अधिकतर पार्टी के नेता पितृ पक्ष में सूची जारी करने के पक्ष में नहीं हैं। उनका कहना है कि प्रत्याशियों की सूची अब नवरात्र में जारी की जाए। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी अपने प्रत्याशियों के नाम दो सूची में जारी करेगी। पहली सूची के बाद दूसरी सूची में बाकी बचे प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया जाएगा। भाजपा ने अब तक तीन सूचियों में 79 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री समेत सात सांसदों को चुनाव मैदान में उतारा है। साथ ही एक राष्ट्रीय महासचिव भी प्रत्याशी हैं। भाजपा के दिग्गजों को चुनाव में उतारने के बाद कांग्रेस को चौंका दिया था। इसके बाद पार्टी ने रणनीति में बदलाव करने का निर्णय लिया। यही वजह है कि कांग्रेस की 12 और 13 सितंबर और 3 अक्टूबर को स्क्रीनिंग कमेटी की बैठकें हुई। इसके बाद नामों को तय कर सीईसी को प्रस्ताव भेजा गया।
15 विधायकों के कट सकते हैं टिकट
पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश के करीब 15 विधायक ऐसे हैं, जिनकी सर्वे में खराब रिपोर्ट सामने आई है। इन विधायकों को पार्टी ने मौका भी दिया था। हालांकि बाद में हुए सर्वो में भी इनकी रिपोर्ट निगेटिव ही रही। ऐसे में इन विधायकों के नाम कटना तय माना जा रहा है। स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेन्द्र सिंह ने कहा कि सिटिंग एमएलए के साथ ही जिन सीटों पर सिंगल नाम हैं, उन पर चर्चा हुई। उन्होंने साफ किया कि इस बार लगातार तीन बार से हार रहे दावेदारों, जिले के बाहर से आने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। साथ ही इस बार कोई विधायक अपनी सीट भी चेंज नहीं कर पाएगा। मध्यप्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने पार्टी हाईकमान को अपने निर्णय से अवगत करा दिया है। कांतिलाल की जगह उनके पुत्र युवक कांग्रेस अध्यक्ष डा. विक्रांत भूरिया झाबुआ से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
वर्तमान विधायकों को हरी झंडी
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार वर्तमान विधायकों को चुनावी तैयारी करने का संकेत दे दिया गया है। इनमें श्योपुर से बाबूला जंडेल, सबलगढ़ से बैजनाथ कुशवाहा, जौरा से बनवारी लाल शर्मा, मुरैना से रघुराज सिंह कंषाना, दिमनी से रविंद्र सिंह तोमर, अंबाह से कमलेश जाटव, लहार से डॉ. गोविंद सिंह, सुमावली से अजब सिंह कुशवाह, गोहद से मेवाराम जाटव, ग्वालियर दक्षिण से प्रवीण पाठक, भितरवार से लाखन सिंह यादव, सेवड़ा से घनश्याम सिंह, पिछोर से केपी सिंह, चाचौड़ा से लक्ष्मण सिंह, राघोगढ़ से जयवर्धन सिंह, चंदेरी से गोपाल सिंह चौहान, देवरी से हर्ष यादव, बंडा से तरवर सिंह लोधी, राजनगर से विक्रम सिंह नातीराजा, छतरपुर से आलोक चतुर्वेदी, दमोह से अजय कुमार टंडन, चित्रकूट से नीलांशु चतुर्वेदी, सतना से सिद्धार्थ कुशवाह, सिंहावल कमलेश्वर पटेल, पुष्पराजगढ़ से फुन्देलाल मार्को, बरगी से संजय यादव, जबलपुर पूर्व से लखन घनघोरिया, जबलपुर उत्तर से विनय कुमार सक्सेना, जबलपुर पश्चिम से तरुण भनोट, शाहपुरा से भूपेंद्र मरावी, डिंडोरी से ओमकार सिंह मरकाम, बिछिया से नारायणसिंह पट्टा, निवास से डा. अशोक, बैहर से संजय उइके, लांजी से हिना लिखिराम कवरे, बरघाट से अर्जुन सिंह काकोडिया, लखनादौन से योगेंद्र सिंह, गोटेगांव से एनपी प्रजापति, तेंदूखेड़ा से संजय शर्मा, जुन्नारदे से सुनील उइके, अमरवाड़ा से कमलेश शाह, चौरई से सुजीत चौधरी, सौंसर से विजय चौरे, छिंदवाड़ा से कमलनाथ, मुलताई से सुखदेव, बैतूल से निलेश कुमार, घोड़ाडोंगरी से ब्रम्हा भलावी, उदयपुरा से देवेंद्र सिंह पटेल, विदिशा से शशांक भार्गव, भोपाल से द.- पश्चिम पीसी शर्मा, भोपाल से  मध्य आरिफ मसूद, राजगढ़ से बापू सिंह तंवर, खिलचीपुर से प्रियवतसिंह, शाजापुर से हुकुम सिंह कराड़ा, कालापीपल से कुणाल चौधरी, सोनकच्छ से सज्जन सिंह, भीकनगांव से झूमा सोलंकी, महेश्वर से विजयलक्ष्मी साध, कसरावद से सचिन यादव, खरगोन से रवि जोशी, राजपुर से बाला बच्चन, पानसेमल से चंद्रभागा , अलीराजपुर से मुकेश पटेल,थांदला से वीर सिंह भूरिया, पेटलावद से बाला सिंह मेडा,गंधवानी से उमंग सिंघार, कुक्षी से सुरेन्द्र सिंह बघेल, धरमपुरी से पांचीलाल मेडा, देपालपुर से विशाल पटेल, इंदौर-1 से संजय शुक्ला, राऊ से जीतू पटवारी, नागदा-खचरोद से दिलीप सिंह गुर्जर, घटिया से रामलाल मालवीय, बडऩगर  से मुरली मोरवाल और सैलाना से हर्ष विजय गेहलोत आदि शामिल हैं।
हारी सीटें जिनमें सिंगल नाम
विजयपुर से रामनिवास राव, बुराहनपुर से सुरेंद्र सिंह, पाटन से नीलेश अवस्थी, अटेर से हेमंत कटारे, भांडेर से फूल सिंह बरैया, अमरपाटन से राजेन्द्र सिंह, चुरहट से अजय सिंह, टीकमगढ़ से यादवेन्द्र सिंह, केवल से रजनीश सिंह, गुढ़ से कपिध्वज सिंह, नागौद से यादवेन्द्र सिंह, इंदौर-3  से दीपक जोशी पिंटू, शमशाबाद से सिंधु विक्रम सिंह, गंजबासौदा से निशंक जैन, सीहोर से शशांक सक्सेना, आष्टा से कमल चौहान, सिवनी मालवा से सुधीर पटेल, पिपरिया से वीरेंद्र बेलवंशी, खातेगांव से दीपक जोशी, बड़ामल्हेरा से सिया भारती, चंदला से हरप्रसाद अनुरागी, पृथ्वीपुर से नितेन्द्र सिंह राठौर, सुरखी से नीरज शर्मा, खुरई से गुड्डू राजा बुंदेला, निवाड़ी से रोशनी यादव, भिंड से चौधरी राकेश सिंह, शिवपुरी से वीरेंद्र रघुवंशी, मऊगंज से खेन्द्रसिंह का नाम शामिल है।