ग्वालियर: केन्द्रीय मंत्री तोमर ने उद्यानिकी कृषि मेला में करोड़ों के कार्यों का किया लोकार्पण; इधर माली की नियुक्ति के लिए बेरोजगार करते रहे प्रदर्शन, लगाते रहे सरकार विरोधी नारे

 

ग्वालियर। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर में हाईटेक फ्लोरीकल्चर नर्सरी और पोटैटो टिश्यू कल्चर एरोपोनिक लैब स्थापित होने जा रही है। श्री तोमर 4 अक्तूबर को आयोजित हुए विशाल उद्यानिकी कृषि मेला में बड़ी संख्या में मौजूद जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने की। सांसद श्री विवेक नारायण शेजवलकर भी बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन थे।
बुधवार को यहाँ विक्रांत यूनिवर्सिटी परिसर में केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुए उद्यानिकी कृषि मेला में 55 करोड़ 75 लाख रूपए लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया गया। जिसमें हाईटेक नर्सरी, पोटैटो टिश्यू कल्चर ऐरोपोनिक लैब, संभागीय व खंड स्तरीय कृषक प्रशिक्षण केन्द्र, 37 मजरे-टोलों का विद्युतीकरण इत्यादि शामिल हैं। इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव, कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त लोकमाता अहिल्याबाई बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र पाल व जनपद पंचायत मुरार के अध्यक्ष श्री दिलराज किरार सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन थे। साथ ही राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस के शुक्ला, उद्यानिकी विभाग की संचालक सुश्री निधि निवेदिता एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी  विवेक कुमार इस अवसर पर मौजूद थे।

प्रदर्शन करते युवा अब रोज़गार

इधर कार्यक्रमइधर कार्यक्रम आयोजित हो रहा था ।दूसरी तरफ़ मध्य प्रदेश प्रशिक्षित माली संघर्ष समिति के 200 युवा बेरोजगारों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि संचालनालय उद्यानिकी खाद प्रसंस्करण विभाग भोपाल द्वारा दिवसीय आवासीय मालिक प्रशिक्षण का विज्ञापन 2022 में निकाला था ,जिसमें हम सभी लोगों ने माली की हर तरीक़े की ट्रेनिंग और परीक्षा उत्तउत्तर की थी लेकिन आज तक हम को कुशल श्रमिक माली पद की नियुक्तियां नहीं दी गई है इस कारण हम दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। कई युवाओंकई युवाओं ने बताया कि उद्यानिकी विभाग में 32 साल से किसी प्रकार की वैकेंसी नई निकाली गई है जिस कारण से नर्सरियों में मालिक की संख्या बेहद कम है।काफ़ी देर तक युवा नारेबाज़ी और हंगामा करते रहे लेकिन कृषि मंत्री या अन्य जिम्मेदारों ने इन प्रदर्शनकारियों से बातचीत करना भी उचित नहीं समझा।