आरएसएस से जुड़ा है आरोपी अतिथि शिक्षक पीड़ित छात्रा का आरोप, कुलपति नहीं कर रहे कार्रवाई !

जबलपुर।रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (रादुविवि) एक बार पुन: एक निंदनीय घटना के बाद मामले में कथित तौर पर प्रबंधन द्वारा लीपापोती के प्रयास के चलते सुखियों में है। शहर की स्नातकोत्तर (पीजी) छात्रा का आरोप है कि उसके साथ छेड़छाड़ के आरोपी अतिथि शिक्षक रज्जन द्विवेदी को सिर्फ इसलिए बचाया जा रहा है क्योंकि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ा हुआ है। पीड़िता का आरोप है कि यही वजह है कि कुलपति आरोपी के खिलाफ न तो कार्रवाई कर पा रहे हैं न हीं उसे इस मामले में न्याय मिल पा रहा है। इस पूरे मामले में कुलपति डॉ. कपिल देव मिश्र ने छात्रा के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि मामले में विधिवत जांच की जा रही है। उन्होंने दो टूक कहा कि आरोपी चाहे आरएसएस से ही क्यों न जुड़ा हो यदि जांच में दोषी पाया जाता है तो विधिवत कार्रवाई की जाएगी।
सवालों के घेरे में कुलपति……….
पीड़ित छात्रा का आरोप है कि एक तरफ जहाँ आरोपी अतिथि शिक्षक रज्जन द्विवेदी के खिलाफ सिविल लाईन थाने में एफआईआर के डेढ़ माह बाद उसकी एक सहपाठी पर दबाव डालकर पीड़िता के खिलाफ अजाक और सिविल लाइन थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पीड॰िता का आरोप है कि यही नहीं आरोपी प्रोफेसर का स्वयं रादुविवि कुलपति द्वारा बचाव किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो विभागीय जांच पर कार्रवाई का दावा करने वाले कुलपति अब कमेटी द्वारा सौंपी गई पेन ड्राइव को खाली बता रहे हैं। सूत्रों की मानें तो जिस पेन ड्राइव को देख कर कमेटी ने रिपोर्ट बनाई उसे खाली बताए जाने पर कमेटी के सदस्य भी दंग हैं। सूत्रों की मानें तो कमेटी की जांच में प्रोफेसर की भूमिका पर सवाल खड़े किए गए हैं। छात्रा अपनी शिकायत वापस ले ले, इसके लिए उसके खिलाफ एससी-एसटी की एक छात्रा से झूठी शिकायत लिखवा ली गई है। सूत्रों की मानें तो पेन ड्राइव यदि कुलपति को खाली मिली तो कमेटी के सदस्यों या पीड़ित छात्रा से पुन: संपर्क किया जा सकता था। दस्तावेज दूसरी पेन ड्राइव या सीडी में उपलब्ध करा दिए जाते।
एक और पेन ड्राइव और सीडी भी सुरक्षित……….
रादुविवि की छेड़छाड़ की शिकार पीड़ित छात्रा की शिकायत की जांच पूरी हुए एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन अब तक कार्रवाई करने प्रबंधन सामथ्र्य नहीं जुटा पा रहा है। कमेटी द्वारा सौंपी गई पेन ड्राइव खाली है, बावजूद कमेटी से इसकी मांग नहीं की गई। सूत्रों की मानें तो पेन ड्राइव को करप्ट कर दिया गया है। पर ऐसा करने वालों को ये पता नहीं था कि इसकी एक और पेन ड्राइव सुरक्षित है। अब कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्रा विधिक राय लेने की बात कह रहे हैं। कुलपति जैसे प्रतिष्ठित पद पर बैठे व्यक्ति से न्याय की उम्मीद कर रही पीजी छात्रा को नाउम्मीदी हाथ लगी है। हालांकि एक माह से पीड़िता का जांच और कार्रवाई के आश्वासन पर्याप्त मिले हैं।
ये है मामला……….
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के शिक्षण विभाग की पीजी छात्रा ने लिखित शिकायत में आरोपी प्रोफेसर रज्जन द्विवेदी पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। छात्रा ने शिकायत में बताया है कि २८ फरवरी को १५ अन्य सहपाठियों के साथ शैक्षणिक टूर पर रामघाट चित्रकूट गई थी। वहां रहने के दौरान ३ मार्च को आरोपी प्रो. रज्जन द्विवेदी ने उसे अकेले में मिलने बुलाया और छेड़छाड़ करने लगे। छात्रा के मुताबिक इसके पूर्व भी वह इस तरह की हरकत कर चुके थे। ८ मार्च को लौटने पर सिविल लाइंस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
पेन ड्राइव में थे रिपोर्ट और साक्ष्य………..
रादुविवि प्रबंधन ने इस मामले की जांच महिला उत्पीड़न सेल को सौंपी। टीम ने सभी छात्राओं के बयान लिए। जांच कमेटी ने तथ्यों और सबूतों को देखकर जांच निष्कर्ष निकाला। रिपोर्ट और सबूत के तौर पर पेन ड्राइव प्रशासन को सौंप दिया। पर कुलपति कार्यालय में हुई बैठक में दावा किया गया कि पेन ड्राइव खाली है। जांच रिपोर्ट मिले महीने भर से अधिक हो गया, लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई। कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्रा के मुताबिक पेन ड्राइव में कुछ नहीं मिला। कमेटी से तथ्य मांगे गए हैं। जल्द ही विधिक राय लेकर कार्रवाई करेंगे। हालांकि प्रोफेसर को बचाने का आरोप खुद कुलपति पर ही लगा रही है।