नवीन संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन एवं अभियोजन की महत्वपूर्ण भूमिका: समय सीमा में होना चाहिए प्रकरणों का निराकरण

 

ग्वालियर।लोक अभियोजन संचालनालय  के निर्देशानुसार एक दिवसीय संभागीय कार्यशाला का आयोजन जिला अभियोजन कार्यालय ग्वालियर द्वारा तीन मार्च को किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  न्यायाधीपति आर.सी. वाष्नेय ने मप्र उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर ने नवीन संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन एवं अभियोजन की महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए उपस्थित प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए कार्यशाला में दी जा रही जानकारी विधिक प्रावधान के प्रभावशील होने के पश्चात उपयोग में लाए जाने का निर्देश दिया।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि  न्यायाधिपति  विनोद कुमार द्विवेदी  उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर द्वारा नवीन विशिष्ट प्रावधानों के विषय में प्रकाश डालते हुए अनुसंधान अधिकारीगण, अभियोजन अधिकारियों तथा न्यायाधीशों के अधिकार एवं कर्तव्यों तथा नवीन संहिता के प्रभावशील होने पर समयसीमा में प्रकरण के त्वरित न्यायिक निराकरण से संबंधित प्रावधानों पर अपने विचार व्यक्त किये,

इसी कडी में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ग्वालियर जोन के पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सैना के द्वारा इस प्रकार आयोजित किये जाने वाली कार्यशाला की उपयोगिता के संदर्भ में विचार व्यक्त करते हुए पुलिस अधिकारियों को नवीन संहिता के अनुरूप अभियोजन से सामंजस्य स्थापित कर पीडित को त्वरित न्याय दिलाने हेतु सजग रहने के विषय में विचार व्यक्त किये गए।

कार्यशाला में सम्माननीय अतिथि के रूप में पधारे अति. महाधिवक्ता रोहित मिश्रा एवं राजेश शुक्ला के द्वारा भी प्रतिभागियों को संबोधित कर नवीन विधिक प्रावधानों के विषय में अवगत कराया गया।
कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ग्वालियर पीसी गुप्ता के द्वारा नवीन आपराधिक न्याय प्रणाली में अभियोजन की भूमिका विषय पर अपना उद्बोधन दिया गया। तथा माननीय न्यायाधिपति म0प्र0 उच्च न्यायालय  एम0के0 मुदगल (सेवानिवृत्त) के द्वारा प्रचलित आपराधिक विधियों में संशोधन की आवश्यकता एवं प्रभावपूर्ण अनुसंधान तथा अभियोजन के विषय में प्रकाश डाला गया।

इसी क्रम में विजयदत्त शर्मा वरिष्ठ अधिवक्ता म0प्र0 उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के द्वारा माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं माननीय उच्च न्यायालयों के न्याय निर्णयों के आलोक में अनुसंधान एवं अभियोजन की बारिकियों के विषय में प्रतिभागियों को अवगत कराया गया।

उपरोक्त कार्यशाला में जिला अभियोजन अधिकारी दतिया  आर0सी0 चतुर्वेदी, जिला अभियोजन अधिकारी शिवपुरी  मनोज कुमार जैन, विशेष लोक अभियोजक शिवपुरी  संजीव गुप्ता, लोकायुक्त डीपीओ ग्वालियर राखी सिंह, अजाक डीपीओ चंबल  राधेश्याम परिहार, एडीपीओ जीआरपी (रेल) ग्वालियर  रामबाबू चतुर्वेदी एवं अन्य अभियोजन एवं पुलिस अधिकारीगण ने कार्यशाला में सम्मिलित होकर नवीन संहिता के संबंध में ज्ञानार्जन किया।

कार्यशाला का संचालन अतिरिक्त जिला अभियोजन अधिकारी  अनिल कुमार मिश्रा द्वारा किया गया तथा  प्रवीण दीक्षित प्रभारी उपसंचालक ग्वालियर द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा का विस्तार से वर्णन किया । अतिथिगण का आभार प्रदर्शन विशेष लोक अभियोजक (एमपीएमएलए कोर्ट) ग्वालियर  अभिषेक मेहरौत्रा ने किया।

कार्यक्रम में अक्षय कुमार सिंह जिला दण्डाधिकारी ग्वालियर, राजेश सिंह चंदेल पुलिस अधीक्षक ग्वालियर, प्रशिक्षु न्यायधीशगण एवं ग्वालियर संभाग के जिला अभियोजन अधिकारीगण एवं सहायक जिला अभियोजन अधिकारीगण तथा पुलिस अधिकारीगण उपस्थित हुए।