कर्ज में डूबी मप्र की भाजपा सरकार ने 10 दिन के अंतराल में फिर लिया 500 करोड़ रूपये का कर्ज !

भोपाल ।चुनावी साल में सरकार द्वारा की जा रही घोषणाओं पर अमल के लिए सरकार को लगातार पैसों की जरूरत पड़ रही है। यही वजह है कि अब सरकारी खजाने को भरने के लिए कर्ज लेने का दौर शुरु हो गया है। इस माह में अब तक सरकार एक बार कर्ज ले चुकी है और अब दस दिन के अंतराल पर ही दूसरी बार नया 5 सौ करोड़ का कर्ज लेने जा रही है। नए कर्ज के लिए  वित्त विभाग द्वारा भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से गुरुवार को ऑक्शन की कार्यवाही पूरी की जा चुकी है। इससे पहले 13 सितंबर को 1000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया था।
अगर इस वित्तीय वर्ष की बात की जाए तो  अब तक सरकार  बाजार से 3 बार में 7000 करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है। इसके बाद अब यह चौथी बार कर्ज लिया जा रहा है। सरकार पर मौजूदा वित्तीय वर्ष 2023-24 की अवधि में कर्ज को नया बोझ बढक़र 7500 करोड़ रुपए हो जाएगा। गौरतलब है कि इसके पहले 13 सितंबर को सरकार ने  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुंबई कार्यालय के माध्यम से  अपनी गवर्नमेंट सिक्योरिटीज का विक्रय करके 1000 करोड़ रुपए का बाजार से कर्ज लिया था। यह कर्ज 16 साल के लिए लिया गया था। जिसके ब्याज का भुगतान सरकार को साल में दो बार कूपन रेट पर करना है। इसके पहले 26 मई  को 2 हजार करोड़ रुपए और 9 जून को  4000 करोड़ रुपए का कर्ज उठाया गया था।
नया कर्ज 12 वर्ष के लिए
वित्त विभाग की जानकारी के मुताबिक नया कर्ज 12 वर्ष के लिए लिया जा रहा है। इस कर्ज के लिए राज्य सरकार द्वारा अपनी प्रतिभूति को गिरवी रखा जा रहा  है। यानी सरकार अब कम समय में ही कर्ज की अदायगी का भरोसा निवेशकों को दिला रही है, जिससे कि उसे कर्ज मिलने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो।
40 हजार करोड़ रुपए के कर्ज की है पात्रता
मौजूदा वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज ले सकती है। मप्र के लिए जो लिमिट तय की गई है, उस हिसाब से वह जीएसडीपी का 3.5 फीसदी तक कर्ज बाजार से ले सकता है। इस लिहाज से वित्तीय वर्ष की पहली 6माही में 7500 करोड़ रुपए की राशि बेहद कम ही मानी जा रही है। उधर, सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आचार संहिता लगने से पहले अभी और कर्ज लिया जा सकता है।  संभव है कि सरकार एक बार और बाजार से कर्ज उठाए। मप्र पर 31 मार्च 2023 की अवधि में 3 लाख 31 हजार 651 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है जो कि वित्तीय वर्ष 2023-24 की अवधि के कुल बजट 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपए से अधिक है।
इस वर्ष कब कितना लिया कर्ज
अगर वर्ष 2023 की बात करें तो , सरकार ने इस साल 25 जनवरी को 2000 करोड़ , 2 फरवरी को 3000 करोड़ ,9 फरवरी को 3000 करोड़ , 16 फरवरी को 3000 करोड़ , 23 फरवरी को 3000 करोड़, 2 मार्च को 3000 करोड़, 9 मार्च को 2000 करोड़,  17 मार्च को 4000 करोड़, 24 मार्च को 1000 करोड़ , 29 मई  को 2000 करोड़, 14 जून को 4000 करोड़ रुपए और 13 सितंबर को 1000 करोड़ रुपए का कर्ज  लिया गया है।

 

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