प्रधानमंत्री मोदी ने 5 बार ग्वालियर की जनसभा में लोगों को ‘मेरे परिवारजनों’ कहकर संबोधित किया,भाषण में सिर्फ एक बार लिया कांग्रेस का नाम

 

ग्वालियर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्वालियर आकर ग्वालियर व्यापार मेला मैदान में हजारों लोगों की जनसभा में 19 हज़ार करोड़ की विकास कार्यों का हड़बड़ाहट में शिलान्यास करना इस बात का साफ-साफ संकेत है कि मध्य प्रदेश में भाजपा के लिए फिर से सरकार बनना अबकी बार मुश्किल साबित होगी। ग्वालियर व्यापार मेला में आयोजित प्रधानमंत्री की सभा में भारतीय जनता पार्टी और स्थानीय प्रशासन को लोगों को जनसभा में लाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। नजारा कुछ ऐसा था कि बसों में भरकर लाए गए महिलाओं और पुरुषों को 10 बजे से ही कुर्सियों पर बैठा दिया गया था ।हालांकि पानी और खाने के पैकेट की समुचित व्यवस्था प्रशासन ने की थी , यद्यपि कई लोगों को खाने के पैकेट नहीं मिले तो वह उदास दिखाई दिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय समय के अनुरूप आए। खुला वाहन में उन्होंने पूरे पंडाल का एक चक्कर लगाया।उसके बाद वह मुख्य मंच पर दिखाई दिए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व की भांति ही अपनी सरकार की गाथा और कमलनाथ सरकार की असफलता को लोगों के सामने पेश किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही भाषण शुरू किया इस दौरान आम सभा में बैठे हजारों लोगों ने मोदी-मोदी कहकर उनका उत्साहवर्धन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत माता की जय का तीन बार नारा लगवाया।

भाषण की शुरुआत में पहला शब्द निकला मेरे परिवारजनों । यह सुनकर लोगों के हुजूम ने जमकर तालियां बजाई। उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल ने देश को अनेकों-अनेक वीर दिए हैं जिन्होंने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया। मोदी ने कहा कि ग्वालियर ने भाजपा पार्टी के संस्थापक माने जाने वाले राजमाता विजयाराजे सिंधिया ,कुशाभाऊ ठाकरे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई का नाम भी अपने भाषण में लिया। जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह डबल इंजन की सरकार है और मध्य प्रदेश के लोगों का भरोसा डबल इंजन पर है। मोदी ने बिना किसी राजनीतिक पार्टी का नाम लिए बगैर कांग्रेस पर निशाना साधा कि देश की प्रगति के रास्ते में नफरत का काम पिछले कई सालों से फैलाया जा रहा है। विकास विरोधी दलों ने 60 साल दिए हैं लेकिन उन्होंने बिल्कुल कम नहीं किया ।आज 9 साल में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गरीबों की भावनाओं को मजेदार रखते हुए उन्हें हर एक सुविधा उपलब्ध कराई है जिसके वे हकदार हैं।

सुमावली ट्रेन को हरी झंडी दिखाते मोदी और अन्य मंत्रीगण

मोदी ने पुरजोर अंदाज में कहा कि एक परिवार का गौरव-गान लोग कर रहे हैं या गलत बात है। इससे पूर्व मोदी ने 19000 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास रिमोट कंट्रोल के माध्यम से बटन दबाकर किया। रिमोट वह अपने हाथ में काफी देर तक लिए रहे इस कारण वह ठीक से ताली भी नहीं बजा पा रहे थे ।थोड़ी देर बाद एसपीजी के कमांडो ने रिमोट उनके हाथ से ले लिया। आधे घंटे के भाषण में मोदी ने छह बार मेरे परिवारजनों कहकर आम सभा को संबोधित किया।

गुलाबी पगड़ी लगाए महिलाओं का हुजूम

एक और खास बात मोदी के भाषण में देखने को मिली मोदी ने अपने भाषण में सिर्फ एक बार कांग्रेस पार्टी को कोसा इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने तुष्टिकरण बढ़ाने का काम किया है मोदी पूछता भी है और पूछता भी है।

 मोदी की सभा के खास बिंदु
स्थानीय प्रशासन मीडिया और वीआईपी बैठक व्यवस्था को ठीक से मैनेज नहीं कर पाया। प्रेस दीर्घा में कुर्सियां कम थी और उन कुर्सियों पर दो-तीन विभागों के अधिकारी क़ब्जा किए बैठे थे ।इसके साथ ही जिनके पास vip पास थे उन्हें पुलिस की एक टीम प्रेस जीत से होते हुए दूसरी तरफ ले जाकर बैठने की बात कह रही थी लेकिन भाजपा के कई स्थानीय नेता प्रेस बाक्स के पास लगी कुर्सियों पर बैठ गए उन्हें कई बार वहां से जाने की जिद प्रशिक्षु महिला आईपीएस और एक लेडी सब इंस्पेक्टर करते हुए दिखाई दी इस दौरान विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई।

भारतीय जनता पार्टी का दावा था कि ग्वालियर स्थित व्यापार मेला मैदान में मोदी की आम सभा में एक लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है लेकिन व्यवस्था की कलाई उसे समय खुल गई जब लोग खड़े हुए दिखाई दिए ।इतना ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र के लोग तारों की ऊपर बिछी कुर्सियों पर भी बैठे दिखाई दिए जिससे अनहोनी का खतरा बना रहा।

सुबह 9 बजे से कईं सैकड़ा पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगा दिया था। कईं पुलिस कर्मचारी व्यवस्थाओं को लेकर भाजपा और स्थानीय प्रशासन को कोसते हुए दिखाई दिए उनकी झुंझलाहट और परेशानी उनके माथे पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी।

जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी का भाषण समाप्त हुआ उसे दौरान एकदम से लोगों की भीड़ विशेष कर ग्रामीण क्षेत्र से लाए गया जनसमूह अपनी-अपनी बस में जाने के लिए बैठ गया लेकिन आधे घंटे तक ग्वालियर व्यापार मेला मैदान में हर तरफ बसों का मेला देख जाम की स्थिति पैदा हो गई। इधर पुलिस विभाग और यातायात विभाग ने भी अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई वह भी अपनी ड्यूटी से भागते दिखाई दिए।

✍️ राजेश शुक्ला