भाजपा की सरकार ने बनाया बीमारू मध्यप्रदेश को बेमिसाल राज्य: अभय चौधरी

 

ग्वालियर । 1956 में मध्यप्रदेश के गठन के बाद से 2003 तक ज्यादातर समय कांग्रेस की ही सरकारें रही हैं। इन सरकारों ने प्रदेश को बीमारू राज्य बना दिया। इसका मतलब था मध्यप्रदेश देश के उन राज्यों में शामिल था, जो देश के विकास में बाधक थे। 2003 में प्रदेश में उमा भारती जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी। बाद में  बाबूलाल गौर और  शिवराजसिंह चौहान ने उस सरकार का नेतृत्व किया। भाजपा की सरकार ने प्रदेश को 20 सालों में बीमारू से बेमिसाल राज्य बनाया, बंटाढार से बुलंदियों पर पहुंचाया, पिछड़े से अग्रणी बनाया, समृद्ध और खुशहाल राज्य बनाया। मि. बंटाढार और करप्शननाथ इस बात का जवाब दें कि 53 सालों में उनकी सरकारों ने प्रदेश के लिए क्या किया ? क्यों प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया ? क्यों मध्यप्रदेश का काफिला लूटा ? इसका जवाब कांग्रेस को देना होगा। कांग्रेस इससे मुकर नहीं सकती है। भाजपा ने 20 साल में गरीबों का जीवन स्तर सुधारने का काम किया तो उसका रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया है। भाजपा जो कहती है वह करके भी दिखाती है। हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है जबकि कांग्रेस ने देश और प्रदेश को सिर्फ छलने का काम किया है। उक्त बात बाद गुरुवार को भाजपा जिला अध्यक्ष चौधरी ने एक निजी होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी जवाहर प्रजापति जिला महामंत्री राजू सेंगर, विनोद शर्मा, भाजयुमो प्रभारी  विनय जैन उपस्थित थे।

श्री चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जवाबदेही की एक नई परंपरा शुरू की है, जिसके अंतर्गत हर सरकार अपने कार्यकाल में किए गए कामों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करती है। हमने अपना रिपोर्ट कॉर्ड प्रस्तुत किया है और गलत आरोप लगाकर जनता को गुमराह करने वाली कांग्रेस को इस रिपोर्ट कॉर्ड का जवाब देना चाहिए। कांग्रेस ने प्रदेश की जनता के साथ जो अन्याय किया हैं, उसका जवाब देना चाहिए और अगर उसमें हिम्मत है तो अपने 53 सालों के शासन का रिपोर्ट कॉर्ड प्रस्तुत करे। मध्यप्रदेश में 15 महीनों के लिए कमलनाथ की सरकार बनी थी, जिन्हें करप्शननाथ कहा जाता है। बंटाढार और कमलनाथ की उस सरकार ने भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण की सारी योजनाएं बंद कर दी थी और गरीब कल्याण अभियान को अपाहिज बना दिया था उस सरकार ने सहरिया, भारिया और बैगा बहनों को मिलने वाला पोषण अनुदान बंद कर दिया था इस्तीफा देते समय कोई मुख्यमंत्री काम नहीं करता, लेकिन करप्शननाथ ने अपने इस्तीफे से 15 मिनट पहले मोबाइल घोटाले से संबंधित दस्तावेजों पर साइन किए। करप्शन नाथ ने 350 करोड़ का मोजर बेयर घोटाला किया और 2400 करोड़ के अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले से उनका संबंध है।

पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी पत्रकारों के सवालों के उत्तर देने में नाकाम रहे। इधर byline24.com के सवाल पूछने पर  कि पिछले चार दशक से ज़्यादा समय हो गया है लेकिन अब तक रोप वे का निर्माण शुरू क्यों नहीं हुआ है । जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमारी सरकार फिर से बनने के बाद हम रोप वे का कार्य शीघ्र पूरा कराएंगे।