हमारी सभाओं और शिलान्यास में करोड़ों ख़र्च हो रहे वहीं सरकारी अस्पतालों में बच्चे और महिलाओं को इलाज नहीं मिल रहा: उमा भारती

 

भोपाल। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा में नाराजगी जताई। उन्होंने लिखा, कि प्रदेश में एक ओर, सभाओं पर करोड़ों रुपए हर दिन खर्च हो रहे हैं। दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में पैसे के अभाव में सारी व्यवस्थाएं चरमरा रही हैं। उन्होंने सरकारी अस्पतालों के बर्न यूनिट, आईसीयू तथा ओपीडी में गरीब महिलाओं और बच्चों को जो तकलीफ उठानी पड़ रही है। उसे शर्मनाक बताया है।

नगर निगम और नगर पालिकाओं की भी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। इंदौर नगर निगम भूमि पूजन और शिलान्यास के कार्यक्रमों के टेंट, फ्लेक्स, पूजन इत्यादि में करोड़ों रुपए प्रतिवर्ष खर्च करता है। इस तरह के कार्यक्रम के लिए नगर निगम इंदौर का बजट ही 10 करोड़ रुपए का है। इसी तरह अन्य नगर निगम भी करोड़ों रुपए प्रतिवर्ष खर्च करते हैं। नगर निगम वार्डों की स्थिति बहुत खराब है।वहां पर जरूरी विकास कार्यों के लिए भी राशि उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
मंत्री,स्थानीय विधायक,महापौर और पार्षदों द्वारा शिलान्यास, भूमि पूजन के कार्यक्रम में लाखों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं।नगरीय इलाकों में विधानसभा चुनाव के पहले शिलान्यास, भूमि पूजन की बाढ़ आ गई है। आयोजनों में टेंट, फ्लेक्स और भोजन इत्यादि पर लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। प्रदेश के हर नगर निगम, मे करोड़ों रुपए की फिजूलखर्ची, गैर जरूरी कार्यों में कर रही हैं।ठेकेदारों को भुगतान नहीं हो पा रहा है। समय पर वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है। वार्डों के विकास के लिए नगर निगम और नगर पालिकायें राशि उपलब्ध नहीं करा पा रही हैं। वहीं उद्घाटन समारोह और स्वागत सत्कार में करोड़ों रुपए का प्रतिमाह खर्च किया जा रहा है। इससे लोगों में भी नाराज ही बढ़ रही है।