मप्र: विस चुनाव से पूर्व कांग्रेस का ध्यान गांवों की सरकार पर ; ज़्यादा पंच-सरपंच चुनाव जीतने का लक्ष्य

भोपाल । आगामी विधासनसभा चुनाव से पूर्व प्रदेश कांग्रेस का ध्यान अभी गांवों की सरकार पर केंद्रित हो गया है। प्रदेश में पांच जनवरी को 61 हजार पंच सरपंच का चुनाव कराया जाना है। हालांकि यह चुनाव गैर दलीय आधार पर होगा फिर भी कांग्रेस चाहती है कि अधिक से अधिक गांवों में कांग्रेस समर्थित पंच सरपंच चुने जाएं जिससे विधानसभा चुनाव में उसे लाभ मिल सके। कांग्रेस ने इसकी तैयारी प्रारंभ कर दी है। कांग्रेस ने जिला प्रभारियों को स्थानीय स्तर पर कार्यकर्ताओं के बीच सामंजस्य बनाने का जिम्मा सौंपा है। इस चुनाव के माध्यम से पार्टी मतदान केंद्र स्तर पर कार्यकर्ताओं को भी सक्रिय कर रही है। ताकि विधानसभा चुनाव के लिए अभी से बूथवार टीम तैयार हो जाए। कांग्रेस पंचायत चुनाव को विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत अवसर के रूप में ले रही है। पंचायत चुनाव भले ही गैर दलीय आधार पर होते हों पर पार्टी ने प्रत्याशी चयन में सहमति बनाना पहली प्राथमिकता रखी गई है। जिला प्रभारियों से कहा गया है कि वे प्रत्याशी चयन को लेकर अपनी ओर से कोई पहल नहीं करेंगे। स्थानीय कार्यकर्ता ही प्रत्याशी को लेकर निर्णय लेंगे। यदि कोई टकराव होता है तो प्रभारी समन्वय बनाने का प्रयास करेंगे। दरअसल पार्टी नेताओं का मानना है कि स्थानीय चुनावों में जो मनमुटाव होता है उसका नुकसान पार्टी को विधानसभा और लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ता है। यही कारण है कि आम सहमति पर जोर दिया जा रहा है। संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि चुनाव भले ही स्थानीय स्तर के हों पर इसके माध्यम से कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाएगा। यही कारण है कि जिला प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थानीय स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच समन्वय स्थापित करें। प्रयास यही रहना चाहिए कि एक ही व्यक्ति खड़ा हो ताकि वोटों का बंटवारा न हो। साथ ही मतदान केंद्र स्तर पर उन कार्यकर्ताओं की पहचान हो जाए जिन्हें आगामी चुनाव में मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाना है।