डबरा में मां का त्याग : बेटी की दोनों किडनी फेल, मां ने एक किडनी डोनेट कर बचाई जान

 

राजेश शुक्ला, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के अंतर्गत आने वाले डबरा में एक मां की ममता और समर्पण के भावना की कहानी सामने आई है। 55 वर्ष की मां ने अपनी विवाहिता (बेटी उम्र 32 वर्ष) की दोनों किडनी फेल होने पर अपनी एक किडनी बेटी के लंबे जीवन के लिए डोनेट कर दी। मां के इस अद्भुत प्रेम और हिम्मत की पूरे डबरा वासी सराहना कर रहे हैं वही मां के शरीर का महत्वपूर्ण अंग देने के बाद डबरा में अंग दान करने की भावना जागृत होगी । बता दें की डबरा के महावीरपुरा में प्रतिष्ठित पांडे परिवार निवास करता है। चार भाइयों के इस परिवार में कमल किशोर पांडे की बेटी पूजा पचौरी पति भगवत पचौरी निवासी ठाकुर बाबा रोड डबरा का कुछ माह पहले डिलीवरी बाद बच्चा मृत निकला।

पूजा के शरीर के हिस्सों की जांच की गई तो उसमें सामने आया कि उसकी दोनों किडनी पूरी तरह से डैमेज हो चुकी है और वह बच्चा पैदा करने में भी सक्षम नहीं है। डॉक्टर्स के एग्जामिनेशन के बाद जब यह बात पूजा के परिजनों तक पहुंची तो सब मायूस हो गए और चिंता में रहने लगे। पूजा के पति और परिजनों ने कई लोगों से संपर्क किया जो अपने शरीर के अंग दान करते हैं लेकिन ब्लड ग्रुप ना मिलने से वह निराश हो गए।

इधर पूजा का स्वास्थ्य भी दिन-पर-दिन बिगड़ता जा रहा था। ऐसे में पूजा की माता गिरजा पांडे ने कहा कि मेरा ब्लड ग्रुप जांच करा कर देखा जाए। मां की जिद के चलते ब्लड ग्रुप चेक कराया गया तो वह पूजा के ब्लड ग्रुप से मैच हो गया। यद्यपि पूजा ने मां से किडनी देने की साफ मना कर दी लेकिन मां के प्रेम और समर्पण की भावना को देख वह अंत में तैयार हो गई। इसी वर्ष 16 मार्च को भोपाल के एक निजी अस्पताल में गिरजा पांडे ने अपनी एक किडनी पूजा पचोरी को डोनेट कर दी। डॉक्टरों की कड़ी मेहनत से ऑपरेशन सफल हुआ।

मां की एक किडनी अब बेटी के शरीर में विराजमान है। ऑपरेशन के बाद मां और बेटी की हालत ठीक है वही मां को सुकून है कि उसकी एक किडनी की वजह से बेटी का पूरा जीवन अच्छी तरह से व्यतीत होगा और वह नानी भी बनेंगी। बेटी के प्रति मां की इस अनूठे प्यार की चर्चा पूरे डबरा में हो रही है। फिलहाल बेटी अभी बेड पर आराम कर रही हैं वहीं मां गिरजा भी स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं ।

दोनों की हालत स्थिर है और डॉक्टर दोनों पर सतत निगाह बनाए हुए हैं इधर दोनों परिवार में हर्षो उल्लास और खुशी का माहौल है। पूरा पांडे परिवार गिरजा पर फक्र महसूस कर रहा है वहीं आसपास के लोग उनके हिम्मत की दाद दे रहे हैं।