कई जिलों के SP से लेकर ASP तक की ट्रांसफर लिस्ट तैयार, 7 दिन में कभी भी हो सकती है जारी

 

भोपाल ।मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तरीखों को एलान अगले हफ्ते तक होने की संभावना है। इसकी वजह से सरकार दो दर्जन पुलिस के अफसरों की कभी भी तबादला सूची जारी कर सकती है। सूची तैयार हो चुकी है बस इंतजार है मुख्यमंत्री की हरी झंडी मिलने की। इसकी वजह है इस सूची को लेकर डीजीपी सुधीर सक्सेना की गृह विभाग के आला अधिकारियों से चर्चा हो जाना। सूची जारी होने से पहले अवकाश से अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा भी लौट आएंगे।
वे तीन अक्टूबर तक के अवकाश पर हैं। उनकी जगह अभी अपर मुख्य सचिव कृषि अशोक वर्णवाल गृह विभाग का काम देख रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस सूची में भोपाल और इंदौर जैसे शहर भी प्रभावित होना तय है। जानकारी के अनुसार कई पुलिस अधिकारियों को सिर्फ इसलिए हटाया जा रहा है कि उनकी पदस्थापना के बाद से भाजपा के स्थानीय जनप्रतिनिधियों से पटरी नहीं बैठ रही है।  इसके  अलावा कुछ अफसरों को रिक्त चल रहे पदों पर पदस्थ किया जाना है। जिन अफसरों के तबादले तय हैं उनमें भोपाल जिले के एक डीसीपी भी हैं। उनका काम अच्छा है , लेकिन उनकी स्थानीय नेताओं से पटरी नहीं बैठ पा रही है। इसकी वजह से उनका तबादला होना तय है। उधर, इंदौर के एक डीसीपी के भी यही हाल हैं। इसी तरह से दो जिलों के एसपी की स्थानीय नेताओं से खटपट चल रही है। उनको लेकर फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को करना है ।  इसी तरह से भोपाल के एडीसीपी जोन- 3 दुर्गेश राठौर ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों से पुलिस मुख्यालय में पदस्थापना चाही है। राठौर को पुलिस मुख्यालय पदस्थ किया जा सकता है। भोपाल कमिश्नर पुलिस कार्यालय में पदस्थ एसएस डाबर को अन्यत्र स्थानांतरित कर पुलिस मुख्यालय में पदस्थ श्रीमती शालिनी दीक्षित को वहां पदस्थ किए जाने का प्रस्ताव है। देवास से जबलपुर भेजे गए एएसपी मंजीत सिंह चावला को पारिवारिक कारणों से इंदौर पदस्थ किया जा रहा है, इसी तरह एएसपी खरगोन तरूणेन्द्र सिंह बघेल को महू पदस्थ किए जाने की चर्चा है। महू एएसपी रूपेश द्विवेदी की भी स्थानीय जनप्रतिनिधि विरोध कर रहे हैं।