20 हज़ार से हारने वाले उम्मीदवारों को नहीं मिलेगा टिकट, भिंड- शिवपुरी और गुना समेत दो दर्जन कांग्रेस नेताओं का राजनीतिक भविष्य अधर में

 

ग्वालियर। विधानसभा चुनाव दिसंबर में संभव हैं, ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि मप्र में कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पहली सूची कब जारी करेगी और टिकट का पैरामीटर क्या होगा? उधर कांग्रेस सूत्रों का कहना है की पार्टी ने टिकट का पैरामीटर तय कर दिया है। जिसमें सबसे पहला है जिताऊ उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाएगा। वहीं दूसरा है, 20 हजार से ज्यादा अंतराल से हारने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। पार्टी के इस पैरामीटर पर  32 नेता टिकट की दौड़ से बाहर हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में टिकट चयन की प्रक्रिया आखिरी चरण में है। टिकट तय नहीं होने की वजह से कांग्रेस मुख्यालय से लेकर पार्टी नेताओं के बंगलों पर दावेदारों की भीड़ उमड़ रही है। इस बीच पार्टी टिकट चयन को लेकर कई पहलुओं पर विचार कर रही है। जिसमें पिछला चुनाव भारी मतों से हारने वाले नेताओं को अगले चुनाव में टिकट नहीं देने पर भी सहमति बनी है। पार्टी ने ऐसे करीब 32 नेताओं को चिह्नित किया है। जो पिछला चुनाव 20 हजार से ज्यादा अंतराल से हारे थे। हालांकि इनमें से एक-दो नेताओं को इस बार दूसरी सीटों पर भी उतारा जा सकता है।
सूची में अरुण यादव और पचौरी भी
2018 का विधानसभा चुनाव बड़े अंतराल से हारने वाले नेताओं की सूची में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और सुरेश पचौरी का भी नाम है। चूंकि यादव ने केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर बुधनी विधानसभा सीट से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इसलिए उन पर यह दायरा लागू नहीं होता है। पिछले चुनाव अरुण यादव बुधनी से 58999 वोट, भिंड से रमेश दुबे 60810, इंदौर-2 से मोहन सिंह 71011 वोट से हारे थे। चुनाव में सबसे बड़ी हार बुरहानपुर सीट से रविन्द्र सुका महाजन की 83192 वोट से हुई थी। पार्टी के तय किए टिकट के पैरामीटर के अनुसार जिन नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा उसमें सुरेन्द्र ठाकुर (सीहोर), शिवराज सिंह भैया राजा (पन्ना), मोहन सिंह चंद्रल (सिवनी), महेन्द्र सिंह चौहान (नरेला), मुकेश नायक (पवई), छाया मोरे ( पंधाना), उमराव सिंह शिवलाल (मनासा), रामशंकर पयासी (रामपुर बघेलान), आलोक मिश्रा (जबलपुर कैट), नीलेश अवस्थी (पाटन), महेन्द्र भैरू सिंह (सुसनेर), कमलेश साहू (रहली), जयसिंह ठाकुर (देवास), सिद्धार्थ लड़ा (शिवपुरी), सुरेश पचौरी (भोजपुर), चंद्रप्रकाश अहिरवार (गुना), सुरेन्द्र सिंह अहीर (निवाड़ी), रामपाल सिंह (ब्यौहारी), सुरजीत सिंह उजागर ( इंदौर- 4), सम्मति सैनी (पनागर), शंकर प्रताप सिंह (बिजावर), विश्वेश्वर भगत (बालाघाट), संजय सिंह मसानी ( वारासिवनी), सरदार सिंह चौहान (महिदपुर), विजय सिंह सोलंकी (भगवानपुरा), रमेश पटेल (बड़वानी), सरस्वती सिंह (चितरंगी) शामिल हैं।