IPS मीट: भ्रष्ट अधिकारियों को CM की दो टूक, बोले-कुछ लोगों के गलत दिशा में जाने से पूरे कैडर की होती है बदनामी

भोपाल । मध्यप्रदेश के भोपाल स्थित कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आईपीएस सर्विस मीट का सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शुभारंभ किया है। मुख्यमंत्री ने आईपीएस मीट को संबोधित करते हुए कहा कि यहां कोई अतिथि नहीं हैं, सब फैमिली है। बिना तनाव के आईपीएस मीट में शामिल हो। प्रदेश के लॉ एंड आर्डर से मैं संतुष्ट हूं। उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों को दो टूक कहा कि कुछ गलत दिशा में जाते है, तो उससे पूरा कैडर बदनाम होता है। विकास यात्रा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जिद ठान ले तो अपराधी में दम नहीं टिक जाए। हमने डकैतों को खत्म करने की रणनीति बनाई और 6 माह में साफ कर दिया। अब भी कोई छोटा मोटा बदमाश आता है, तो में कहता हूं यहीं निपटा दो बड़ा बन ही न पाए। ऐसे लोगों को धरती पर रखकर क्या करेंगे, जो जनता की जान के लिए खतरा हो। नक्सलवाद एमपी में खत्म किया, आतंकवाद पनपने ने नहीं दिया। 23 हजार एकड़ जमीन माफियाओं से मुक्त करा दी है।
भ्रष्ट अधिकारियों को दी नसीहत
मुख्यमंत्री शिवराज ने भ्रष्ट अधिकारियों को दो टूक कहा कि कुछ गलत दिशा में जाते है, तो उससे पूरा कैडर बदनाम होता है। माफियाओं से नाम जुड़ता है, तो सुनकर बुरा लगता है। छोटी-छोटी घटनाएं हमें बदनाम करती है। आज के जमाने में तुरंत सब वायरल हो जाता है। पुलिस अपनी छवि का ध्यान रखे। समाज में गलत छवि जाती है। विकास यात्रा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
कानून व्यवस्था और बेहतर करें
शिवराज ने आगे कहा कि जिले के अधिकारियों की भी बात सुने। जो फील्ड में काम कर रहे हैं। अगर उनकी सुनेंगे तो अच्छे से चलेगा। सीनियर अधिकारी जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक करें। इसमें कानून व्यवस्था को और बेहतर करने पर चर्चा करें। हम और बेहतर कानून व्यवस्था की स्थिति मध्यप्रदेश में कर पाएंगे।
एमपी पुलिस ने कोविड में अच्छा काम किया
सीएम ने सभी अधिकारियों से अपील करते हुए कहा आराम से तनावमुक्त होकर हमें आईपीएस मीट में भाग लेना है। कई बार बिना बात के भी हम तनावग्रस्त रहते हैं। मध्यप्रदेश पुलिस के मित्रों ने कोविड के दौरान अपनी जान हथेली पर रखकर चौराहे पर खड़े होकर जनता की सुरक्षा की। वो दृश्य अद्भुत था! हमारे ऐसे पुलिस अफसर भी दिखे, जो अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए बीमार हुए, संक्रमित हुए, लेकिन उनको हम बचा नहीं सके। यह मध्यप्रदेश पुलिस का उजला पक्ष है और इस पर मैं गर्व करता हूं।
हमारे सामने चुनौती समाज में क्राइम की हैं
किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि हम माफिया से 23,000 एकड़ जमीन छुड़ा लेंगे। बुलडोजर केवल नाटक नहीं है, कई अपराधी तो खुद पहुंचने लगे हैं, कहते हैं हम आ गए हैं, कृपया तोडऩा मत! हम लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति से संतुष्ट हैं। जब किसी का बलात्कार होता है तो आत्मा कांप उठती है और शर्म से माथा झुक जाता है। इसमें अधिकतर रिश्तेदार, परिचित ही अरोपी निकलते हैं। हमारे सामने चुनौती समाज में क्राइम की भी है।
अपनी फोर्स के सुख-दुख में साथ खड़े हों
आप लीडर हैं, लीडर के नाते आप अपनी फोर्स के लिए आदर्श हैं। एक तरफ आप उनसे कर्तव्य की पूर्ति की अपेक्षा रखते हैं, तो उनकी तकलीफों का भी संवेदना के साथ ध्यान रखने की कोशिश करना चाहिए। जो जरूरी चीजें हैं, वो हमारे ध्यान में आना चाहिए। तनाव नहीं होना चाहिए। अपने साथियों के साथ हम सुख और दुख में साथ खड़े हों।
2047 तक की कार्ययोजना बनाएंगे
सीएम ने कहा कि 2047 तक की पूरी कार्ययोजना हमें बनानी है। तात्कालिक समस्याओं का समाधान और आने वाली चुनौतियों से निपटने की रूपरेखा हमें बनाना है। विकास यात्रा के बाद हम साथ में बैठेंगे और ब्रेनस्टोरमिंग करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने भी यह सलाह दी है। न केवल प्रदेश, बल्कि जिले की भी बैठक हम करें। जो फील्ड में काम कर रहे हैं, उनको सुनेंगे तो काम बेहतर होगा। इसमें जो सुझाव आएंगे, उससे हम अपनी रणनीति बनाएंगे।