मप्र की सभी 230 सीटों पर राहुल गांधी करा रहे सर्वे,जीत के लिए 150 सीटों का टारगेट तय

भोपाल । मप्र की सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है। पार्टी ने जीत के लिए 150 सीटों का टारगेट तय किया है। इसके लिए पार्टी केवल जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट देगी। ऐसे में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ विधानसभावार सर्वे तो करा ही रहे हैं, साथ ही राहुल गांधी भी प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर सर्वे करा रहे हैं। कांग्रेस के एक बड़े नेता ने बताया कि प्रदेश में उम्मीदवार चयन को लेकर राहुल गांधी की पर्सनल टीम के अलावा एक अन्य एजेंसी यह सर्वे कर रही है। उम्मीदवार के बारे में उसकी सामाजिक सक्रियता, विधानसभा सीट में छवि, पिछले चुनाव में हार-जीत का अंतर, विधानसभाक्षेत्र में जातिगत समीकरण और अंत में कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस के सर्वे में उम्मीदवार को कितने अंक मिले हैं, यह जरूर देखा जाएगा।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कर्नाटक जीत से उत्साहित कांग्रेस ने उसी फॉर्मूले पर मध्य प्रदेश में काम तेज कर दिया है। पूर्व सांसद राहुल गांधी की टीम यहां दो तरह से सर्वे कर रही है। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सीटवार अलग सर्वे कराया है। टिकट वितरण के दौरान नामों को लेकर अलग अलग सर्वे रिपोट्र्स के आधार पर चयन करके सहमति बनाई जाएगी। यह भी कहा जा रहा है कि कमलनाथ की सहमति से ही घोषणा की जाएगी। मध्य प्रदेश में नवंबर-दिसंबर 2023 में चुनाव होने जा रहे हैं।
दो अलग-अलग तरीकों से सर्वे
राहुल गांधी सर्वे प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर दो अलग-अलग तरीकों से करा रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कर्नाटक और हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी सफलता और भारत जोड़ो यात्रा के इफेक्ट को जोड़ा जा रहा है। पूर्व सांसद से जुड़े एक नेता ने बताया राहुल गांधी की टीम प्रदेश में 2 तरह से सर्वे कर रही है। सर्वे 10 से 15 अगस्त तक पूरे हो जाएंगे। यही टिकट वितरण का आधार बनेंगे। इसमें कमलनाथ द्वारा कराए गए सर्वे के जरिए यह देखा जाएगा कि उनके सर्वे में संभावित उम्मीदवार को कितने अंक मिले हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी के खास समर्थक माने जाने वाले जितेंद्र सिंह को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। वहीं टीम द्वारा जो सर्वे कराया जा रहा है वह हर विधानसभा में यह भी देख रही है कि कांग्रेस नेता के अलावा वह और किसे टिकट दे सकती है। टीम हर क्षेत्र में ऐसा चेहरा तलाश कर रही है, जो आर्थिक रूप से कमजोर है लेकिन विधानसभा में अच्छा प्रभाव रखता है। इन चेहरों में सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक या रिटायर्ड अधिकारी शामिल हैं।
सितंबर में होगा टिकट वितरण
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने लगातार हारने वाली 66 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों का नाम लगभग तय हो चुका है। पार्टी सितंबर में टिकटों का वितरण शुरू कर देगी। मप्र कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में कमलनाथ और राहुल गांधी पर्सनल टीम सर्वे कर रही है। इन टीम में कौन लोग शामिल हैं, यह किस से जाकर मिल रहे हैं, इनके सर्वे का आधार क्या है, यह जानकारी किसी को भी नहीं है। सर्वे पूरी तरह से गोपनीय है। वहीं राहुल गांधी और कमलनाथ के सर्वे को मिलाकर देखा जाएगा। इसके बाद ही टिकट फाइनल कर लिस्ट जारी होगी। अंतिम फैसला कमलनाथ और प्रदेश की टीम पर छोड़ा जा सकता है।