दिव्य ज्योति जागृति संस्थान कई प्रकल्पों के ज़रिए समाज को दे रहा है एक नई दिशा: सुश्री दीपिका भारती

ग्वालियर। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान एकमात्र ऐसा संस्थान है जहां पर हरि इच्छा से मानव उत्थान और जनकल्याण के लिए विशेष कार्य किए जा रहे हैं। उक्त वक्तव्य फूल बाग में आयोजित श्री राम कथा का वाचन कर रही साध्वी दीपिका भारती ने आज एक पत्रकार वार्ता के दौरान मीडिया से कही। उन्होंने वर्तमान समाज में बढ़ रही हिंसा, अपराध,रोष, आपसी भेदभाव, नारी शोषण, भेदभाव के विषयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “आज फिर से हम युग परिवर्तन के एक ऐसे ही दौर से गुज़र रहे हैं, जहां जन-जन के हृदय में श्री राम तत्व का अवतरण अर्थात जागरण होना अनिवार्य हो गया है। “श्री राम तत्व के जागरण को आस्तिकता का आधार बताते हुए साध्वी जी ने समाज में व्याप्त पाखंडों का खंडन किया और कहा, नास्तिक मात्र वही नहीं जो ईश्वर को नहीं मानता। नास्तिक वह भी है जो ईश्वर को मानता है पर ईश्वर को जानता नहीं है। साध्वी जी ने बताया कि दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ने 7500 गांव को गोद लिया है ।इन गांव में शिक्षा मानव कल्याण पानी और अन्य समस्याओं के निराकरण के लिये संस्थान के प्रत्येक कार्यकर्ताओं पदाधिकारी की ज़िम्मेदारी उठा रहे हैं। इसके साथ ही देश भर की 40 से ज्यादा सेंट्रल जिलों में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान बंदियों के पुनरुत्थान के लिए कार्य कर रही है। पत्रकार द्वारा पूछे गए प्रश्न पर उन्होंने कहा कि जल्द ही ग्वालियर सेंट्रल जेल में भी हम बंदियों के लिए प्रकल्प का आयोजन करेंगें। सुश्री दीपिका भारती ने जानकारी में बताया कि
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान एक अध्यात्मिक एवं सामाजिक संस्थान है, जो गत चार दशकों से दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्ग दर्शन में ब्रह्मज्ञान द्वारा विश्व शांति के महान लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कार्यरत है I संस्थान के कई सामाजिक प्रकल्प हैं, जिनमें से एक प्रकल्प के अंतर्गत नेत्रहीनों को रोज़गार प्रदान किया जा रहा है, तथा अन्य प्रकल्पों के माध्यम से नारी सशक्तिकरण, गौ संरक्षण, वातावरण संरक्षण, नशा उन्मूलन, अभावग्रस्त बच्चों को शिक्षा प्रदान कराने जैसा कार्य, विशाल स्तर पर किया रहा है। पत्रकार वार्ता के दौरान कथा कथा संयोजक राजेश सोलंकी समेत अन्य साध्वी मौजूद रहीं।