मप्र के 7 फीसदी मंत्री सोशल मीडिया पर फिसड्डी; मीडिया एनालिस्ट की नियुक्ति के बाद भी फॉलोवर नहीं बढ़ा पा रहे

भोपाल। देश दुनिया के अलावा चुनावी प्रचार में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले संगठन की ओर से एपपी सरकार के मंत्रियों और विधायकों से कहा गया है कि वे अपने सोशल मीडिया फॉलोअर्स और बढ़ाएं। वर्तमान समय में सरकार बदलने में सोशल मीडिया की ताकत को देखते हुए शिवराज कैबिनेट के मंत्रियों से तो यहां तक कहा गया कि उनके क्षेत्र में जितने वोटर है उसके कम से कम 5 प्रतिशत वोटर मंत्री को फॉलो करने चाहिए। इसके लिए सरकार मंत्रियों को सोशल मीडिया की टीम तक उपलब्ध करा रही है।
शिवराज सरकार और संगठन ने सभी मंत्रियों से कहा है कि वे सोशल मीडिया पर अपने फॉलोवर और बढ़ाएं। ये फॉलोअर्स उनके निर्वाचन क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से दिखने चाहिए। संगठन को मिली रिपोर्ट में अभी भी 7 फीसदी मंत्री सोशल मीडिया पर अपने फॉलोवर नहीं बढ़ा पाए हैं। उधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के साथ विधायकों को भी सोशल मीडिया पर अधिकतम एक्टिव रहने के लिए कहा है। यही वजह है कि राजधानी भोपाल के भाजपा विधायक लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी एक्टिविटी दर्ज करवा रहे हैं। भोपाल से गोविंदपुरा क्षेत्र से विधायक कृष्णा गौर इन दिनों लगातार अपने फेसबुक अकाउंट पर हर छोटी सी छोटी बात को शेयर करते हुए नजर आती हैं। वहीं हुजूर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा अपने हिंदुत्व एजेंडे के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर आते हैं। उनके सोशल मीडिया अकाउंट पर भी लगातार हर छोटी से लेकर बड़ी एक्टिविटी को देखी जा सकती है।
सोशल मीडिया ओरियंटेशन किया गया प्रदान
सीएम सचिवालय के सूत्रों के अनुसार सभी मंत्रियों से उनके सोशल मीडिया प्लेटफोर्म अपनी सक्रियता बढ़ाने के लिए कहा गया है। इसके लिए सरकार ने मंत्रियों को संसाधन भी उपलब्ध कराएं हैं और कहा है कि जितने वोटर मंत्री के चुनाव क्षेत्र में है उसके 5 फीसदी वोटर मंत्री के फॉलोअर्स होने चाहिए। इसके बाद सभी मंत्रियों के सोशल मीडिया अकाउंट विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (फेसबुक ट्विटर इंस्टाग्राम कू) तेजी से क्रियाशील किए जा रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार अब तक शिवराज कैबिनेट के 93 प्रतिशत मंत्रियों के सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या उनके विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के 5 प्रतिशत से अधिक है। बाकी के क्षेत्र में उनकी सोशल मीडिया में उपस्थिति सशक्त बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के चलते मंत्रियों के फॉलोअर्स बढ़ाने जिला और विकासखंड स्तर पर 25 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया ओरियंटेशन प्रदान किया गया है। सभी मंत्रियों के सोशल मीडिया अकाउंट के संचालन में सहयोग हेतु सोशल मीडिया एनालिस्ट की नियुक्ति की गई है। साथ ही सभी विभागों जिलों में मंत्री विधायकों के द्वारा सोशल मीडिया के उपयोग का मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार कर ट्रेनिंग प्रारंभ कर दी गई है।
विधायकों को भी दिखाना होगा अपना परफॉर्मेंस
मुख्यमंत्री शिवराज ने पिछले दिनों भाजपा विधायकों के साथ किए गए वन टू वन में सबसे अधिक फोकस सोशल मीडिया पर एक्टिव होने को लेकर किया। कमोवेश सभी विधायकों से कहा गया है कि सोशल मीडिया पर अपनी ताकत बढ़ाएं। इसके लिए जो संसाधन जरूरी हो वह इसकी जानकारी दें। सरकार सुविधा दिलाएगी। सोशल मीडिया में सरकार के काम बताए और सरकार द्वारा उनके क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को सोशल मीडिया के जरिए पहुंचाएं। अगले छह माह तक इससे तेजी से काम करने के लिए सभी विधायकों को कहा गया है। संगठन भी कर चुका है ताकीद सोशल मीडिया पर मंत्रियों को फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए प्रदेश और राष्ट्रीय संगठन के पद अधिकारी भी कई बार ताकीद कर चुके हैं। प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने 2 माह पहले भी इसको लेकर मंत्रियों को निर्देश दिया था। इस माह 4 दिन पहले हुई मंत्रियों की बैठक में भी सोशल मीडिया पर मंत्रियों के फॉलोवर बढ़ाने के लिए कहा गया है।
विधायक मत्रियों से कहा- ऐसे बढ़ाएं फॉलोअर्स
सभी मंत्रियों और विधायकों को सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए क्षेत्र में दौरा करने के साथ कार्यक्रमों के अलावा अचानक गरीबों मिलना और अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के परिवारों की बस्तियों में पहुंचने पर वहां सरकार के विकास कार्यों का निरीक्षण करना। साथ ही वहां कमियों के बारे में जानकारी लेना और कमियों का तत्काल निराकरण करवाना। लोगों से कहे कि किसी तरह की दिक्कत हो तो और सीधे संवाद नहीं हो पा रहा है तो सोशल मीडिया के जरिए बात उन तक पहुंचाएं ताकि समस्या का निराकरण किया जा सके इससे लोगों में मंत्रियों विधायकों के कामकाज को लेकर भरोसा बढ़ेगा।