परामर्श केंद्रों के कारण टूटते परिवार फिर से बस रहे हैं: पुलिस अधीक्षक ग्वालियर,परामर्शदाताओं का किया सम्मान

 

ग्वालियर।ग्वालियर जिले के एकमात्र महिला थाना पड़ाव के परामर्शदाताओं को आज पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार चंदेल ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सिटी सेंटर में सम्मानित किया। जानकारी में  सामने आया कि महिला थाना पड़ाव ग्वालियर के परामर्श केन्द्र में वर्ष 2023 में 1570 आवेदन पत्र प्राप्त हुये जिसमें से 721 समझौता हुये।, एफआईआर-341 हुई एवं अन्य प्रकरण न्यायालय कार्यवाही एवं परामर्श जारी है। माह जनवरी एवं फरवरी 2024 में 226 जिसमें 101 समझौता कराये गये एवं अन्य में परामर्श जारी है।इस अवसर पर एसपी ग्वालियर ने परामर्शदाताओं के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए पुलिस विभाग की कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत सामाजिक गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला। अधीक्षक ग्वालियर द्वारा परिवार परामर्श के वरिष्ठ परामर्शदाता महेन्द्र शुक्ला,  एम.एल. अरोरा, अंशुमान शर्मा, सबा रहमान,  शकरा खान,  अर्चना शर्मा,  सरला दास, सुनीता शर्मा एवं  रामबाई पाल का प्रशंसा पत्र देकर सम्मान किया गया।

इस अवसर पर एसपी ग्वालियर ने कहा कि परामर्श केंद्रों का मुख्य कार्य मामूली विवादों को लेकर टूटते परिवारों को फिर से जोड़ने का काम है। उन्हें इस बात की खुशी है कि परामर्शदाता अपनी सूझबूझ के साथ इस दायित्व को पूरी बखूबी से निभा रहे हैं और परामर्श केंद्रों के कारण टूटते परिवार फिर से बस गए हैं।

एसपी ग्वालियर ने सम्मान समारोह में परामर्शदाताओं को सुझाव दिया कि वह छोटी-छोटी बातों पर विवाद कर थाने पहुंचने वाले दंपती की समस्या को धैर्यपूर्वक सुनें और समस्या का निदान कर पति-पत्नी के बीच सुलह कराकर टूटते रिश्ते को फिर से जोड़ने का कार्य करें। इससे अधिक पुनीत कार्य और कोई नहीं है। क्योंकि परिवार के टूटने से दो लोग ही नहीं पूरा परिवार प्रभावित होता है। एसपी ग्वालियर ने कहा कि पति-पत्नी का रिश्ता सबसे पवित्र रिश्ता है। इसमें गलतफहमी या मनमुटाव हुआ तो जिंदगी की गाड़ी के दो पहिए अलग हो जाते हैं और दोनों में से एक भी खुश नहीं रहता। इस अवसर पर अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण  निरंजन शर्मा, महिला थाना प्रभारी दीप्ती तोमर एवं परामर्शदाता उपस्थित रहें।

समझौता कराये गये दंपति:-
01-एचआईवी पॉजिटिव पति-पत्नी एवं 02 बच्चे
02-महिला डॉक्टर बीएचएम, पति असिस्टेंट प्रोफेसर
03-पति के साथ रहना नही था, पति से तलाक चाहती थी।
04-देवर के नाम मकान होने के कारण, घर से निकालने के धमकी देते थे, दहेज की मांग करते थे।
05-अन्य महिला से बातचीत एवं संबंध रखना, दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित करता।