चुनाव प्रचार पकड़ेगा ज़ोर: अमित शाह-कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे समेत मायावती करेंगे ग्वालियर-अंचल में चुनावी सभाएं, कार्यकर्ताओं में भरेंगे जोश

 

ग्वालियर/भोपाल । प्रदेश में 17 तारीख को होने वाले मतदान में अब महज एक पखवाड़े से भी कम का समय बचा है, लेकिन अब भी चुनावी प्रचार पूरी तरह से जोर नहीं पकड़ सका है लेकिन, अब 24 घंटे के बाद जोर पकडऩे की संभावना है। जल्द ही तमाम राजनैतिक दलों के नेता प्रदेश में  चुनावी उड़ान भरने वाले हैं। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता राहुल गांधी तक शामिल हैं। प्रदेश में नाम वापसी होने के बाद अब हर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी भी तय हो गए हैं। भाजपा व कांगे्रेस ने अपने तमाम बड़े नेताओं के प्रदेश में चुनावी प्रचार के लिए तय कार्यक्रमों को भी सार्वजनिक कर दिया है। इस चुनावी प्रचार के लिए लगभग सभी राष्ट्रीय दलों के अलावा सपा और बसपा के नेता भी उडनख़टोलों का उपयोग करने जा रहें हैं। प्रधानमंत्री मोदी  आठ दिनों में 14 सभाएं और एक रोड शो करेंगे। इसी तरह से कांग्रेस के आला नेताओं की भी प्रदेश में 22 सभाएं कराने की तैयारी की गई है। भाजपा की अधिकृत जानकारी के मुताबिक प्रदेश में इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दीवापली के पहले और उसके बाद लगातार तीन-तीन दिनों तक हर दिन प्रदेश में सभाएं करेंगे। उनके लिए जो चुनावी कार्यक्रम जारी किया गया है उसके मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी 5,7,8,9,13,14 और 15 नवंबर को आठ दिनों में 14 सभाएं करेंगे। इसी तरह से प्रचार के अंतिम दिन उनका इंदौर में रोड शो भी प्रस्तावित है। अहम बात यह है कि मोदी की यह सभाएं लगभग हर संभाग में कराई जा रही हैं। उनके अलावा चुनावी प्रचार के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी दौरे करने जा रहे हैं। शाह प्रचार के लिए रथ का उपयोग करेंगे। इसके अलावा भाजपा ने अपने कई मुख्यमंत्रियों को भी प्रदेश में प्रचार के लिए बुलाया है। इनमें उप्र के सीएम योगी 7, 8 और 14 नवंबर को तीन दिनों में कुल 10 सभाएं तो असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व शर्मा भी दो सभाओं को संबोधित करेंगे। इस दारान भाजपा के अधिकांश स्टार प्रचारक सडक़ मार्ग से अधिक यात्राएं करेंगे और रात्रि विश्राम भी किसी न किसी विधानसभा क्षेत्र में करेंगे।

अगर अमित शाह की बात की जाए तो वे भी कल चार नवंबर को करेरा- पिछोर के बीच रथयात्रा करने जा रहे हैं। इसके बाद वे श्योपुर और ग्वालियर भी जाएंगे। इसके बाद वे दिपावली के अवसर पर भी 11 नवंबर से तीन दिनों तक मप्र में रहने वाले हैं। उधर, लगभग हर सीट से शिवराज सिंह की मांग की जा रही है। वे हर दिन लगभग 7 से 9 सभाएं करने जा रहे हैं। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े बालाघाट की कटंगी विधानसभा से चुनावी रैली की शुरुआत करने जा रहे हैं।  महासचिव प्रियंका गांधी 5 नवंबर को कुक्षी और इंदौर में रैली करेंगी। इसके बाद खडग़े 7 नवंबर को उज्जैन, ग्वालियर पूर्व, 15 को बैतूल की आमला सीट में चुनावी रैली करेंगे। इसी तरह से प्रियंका गांधी 5 नवंबर को कुक्षी और इंदौर-5, 8 को सांवेर और खातेगांव, 1 को रीवा, अशोकनगर में सभा करेने के साथ ही जबलपुर में पदयात्रा करेंगी तो 15 नवंबर को दतिया में चुनावी सभा करेंगी। उधर राहुल गांधी 10 नवंबर को सतना, 13 को टिमरनी, उदयपुरा में सभा और इकबाल नगर भोपाल में पदयात्रा करेंगे। इसके बाद 14 नवम्बर को विदिशा, राजनगर, खजुराहो में भी सभा करेंगे।

भाजपा- कांग्रेस के अलावा सपा , बसपा और आप समेत अन्य दलों के नेता भी मप्र में चुनावी सभाएं करने जा रहे हैं। इनमें सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विध्य, बुंदेलखंड क्षेत्र में तो बसपा सुप्रीमो मायावती विंध्य, बुंदेलखंड और ग्वालियर-चंबल में सभाएं करेंगी। भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद रावण और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी चुनावी सभा कर सकते हैं। गोंडवाना गणातंत्र पार्टी के नेता जनजाति सीटों पर सभाएं करेंगे। आम आदमी पार्टी के नेताओं के पक्ष में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल भी सभाएं करेंगे।