मप्र: कांग्रेस के दावेदारों के नाम बंद लिफाफे में दिल्ली पहुँचे, राहुल गांधी और कमलनाथ के सर्वे से मिलान होंगे दावेदारों के नाम

भोपाल/ ग्वालियर।  विधानसभा चुनाव के मद्देनजर टिकट को लेकर रायशुमारी भोपाल में हो गई है। दावेदारों के नाम बंद लिफाफे में दिल्ली पहुंच गए हैं। अब नामों का मिलान पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ के सर्वे से होगा जो कि उन्होंने प्रायवेट एजेंसी से करवाया है। सर्वे में आए नाम और रायशुमारी के दौरान स्क्रीनिंग कमेटी को मिले दावेदारों के नाम मिलने पर ही टिकट तय होगा, क्योंकि प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए 4500 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के बायोडाटा आए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस नेताओं की निगाह दिल्ली पर टिकी हुई हैं।
मप्र में सत्ता हासिल करने का सपना कांग्रेस देख रही है। इसके लिए विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण से लेकर संगठनात्मक मजबूती पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि दो दिन पहले भोपाल में हुए ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के सम्मेलन में प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ कह चुके हैं कि चुनाव में लड़ाई भाजपा से नहीं, बल्कि भाजपा के मजबूत संगठन से हैं। इसके चलते वे लगातार ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सहित मंडलम व सेक्टर प्रभारियों के कामकाज पर लगातर नजर रखे हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने विधानसभा चुनाव के लिए टिकट तय करने से पहले मध्य प्रदेश की 230 विधानसभाओं का प्राइवेट एजेंसी से सर्वे करा रखा है। जिससे कि मालूम पड़ सके कि कांग्रेस के जहां पर विधायक हंै और जहां पर नहीं हैं वहां पर कांग्रेस कितनी मजबूत है। प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ की तरह पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी सर्वे करा रखा है।
4500 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं ने दिए बायोडाटा
इधर, कांग्रेसियों का कहना है कि भोपाल में स्क्रीनिंग कमेटी ने शहर व जिला अध्यक्ष, जिले के प्रभारी एवं सहलप्रभारी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष और वरिष्ठ नेताओं के साथ रायशुमारी कर विधानसभा वार दावेदारों के नाम लिए हंै। अब उनका मिलान राहुल गांधी और कमल नाथ के सर्वे में आए नामों से किया जाएगा। प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लडऩेे की इच्छा रखने वाले 4500 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं ने बायोडाटा दिया हैं। स्क्रीनिंग कमेटी बायोडाटा और दावेदारों के नाम बंद लिफाफे में दिल्ली ले गई है। यह लिफाफा 10 सितंबर को केंद्रीय स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष खुलेगा और फिर सर्वे में आए नाम के साथ मिलान किया जाएगा। कांग्रेसियों के अनुसार विधानसभावार हुए सर्वे में आए नाम और रायशुमारी के दौरान स्क्रीनिंग कमेटी को मिले दावेदारों के नाम मिलने पर ही टिकट तय होगा। नाम का मिलान न होने पर प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ की पसंद से टिकट तय होगा। ऐसे में किसके भाग्य का उदय होगा और कांग्रेस किसको चुनावी मैदान में उतारेगी, यह तभी मालूम पड़ेगा जब 20 सितंबर को उम्मीदवारों की पहली सूची आएगी। हालांकि सर्वे में आए नामों से मिलान होने के चलते दावेदारों की सांसें ऊपर-नीचे हो रही हैं।