भाजपा में कलह: हाईकमान ने मांगा शिवराज से जवाब; CM ने 3 मंत्रियों को पढ़ाया समन्वय का पाठ

भोपाल। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में बगावत और वर्चस्व की जो जंग शुरू हुई है, वह अभी थमी नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में भाजपा हाईकमान ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से जवाब तलब किया है। इसके बाद सोमवार को सीएम ने सागर जिले के तीन मंत्रियों और दो विधायकों को तलब किया। सीएम ने मंत्रियों को सार्वजनिक बयानबाजी नहीं करने और आपसी तालमेल बैठाकर काम करने की बात कही। बैठक में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ सागर विधायक शैलेंद्र जैन और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया मौजूद रहे।
तीनों मंत्री सोमवार सुबह करीब नौ बजे सीएम हाउस पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने करीब एक घंटे तक उनके साथ बैठक की। सीएम ने मंत्रियों से कहा- सार्वजनिक तौर पर कोई भी ऐसी बात न कहें, जिससे जनता और कार्यकर्ताओं में गलत मैसेज जाए। सोशल मीडिया पर भी विरोधाभाषी टिप्पणियां नहीं करें। साथ ही ये भी कहा कि कार्यकर्ताओं और करीबियों को भी यह समझाएं कि सार्वजनिक तौर पर बयानबाजी न करें।
मंत्रियों के बीच खींचतान
सूत्र बताते हैं कि इस बैठक में मंत्रियों के बीच चल रहे विवाद को लेकर भी चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को आपसी तालमेल बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। विभागीय कामकाज को लेकर भी सीएम शिवराज ने मंत्रियों से चर्चा की है। पिछली कैबिनेट की बैठक के दौरान मंत्री गोपाल भार्गव और मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के द्वारा मंत्री भूपेंद्र सिंह की शिकायत की खबरें आई थी। मंत्रियों के बीच खींचतान को लेकर यह बैठक हुई। बता दें कि मामला यह सामने आया था कि मंत्री भूपेंद्र सिंह सागर जिले में अपनी मनमर्जी चला रहे हैं। सागर जिले से मंत्री आने वाले दो मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और गोपाल भार्गव ने मुख्यमंत्री शिवराज से भूपेंद्र सिंह की शिकायत की है। खबर थी कि मंत्री गोपाल भार्गव, मंत्री गोविंद राजपूत सहित समर्थकों ने सामूहिक इस्तीफा देने की चेतावनी दी थी। रिपोट्र्स के मुताबिक भार्गव-राजपूत का आरोप था कि भूपेंद्र सिंह ऐसे लोगों को प्रश्रय दे रहे हैं, जो उनके विरोधी हैं और छवि खराब की जा रही है। सीएम से मुलाकात के बाद वे भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के पास भी गए। इस दौरान उन्होंने सागर जिले के प्रशासनिक व्यवस्था से लेकर हर मामले में भूपेंद्र सिंह की दखलंदाजी की जानकारी दी। चर्चा है कि विवाद उत्पन्न होने की वजह व्यवसाय और कमीशनखोरी है। सागर जिले से तीन कैबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में विवाद गहराना लाजमी है। मंत्री भूपेंद्र सिंह सीएम शिवराज के करीबी हैं। अन्य मंत्री अपने स्वयं के क्षेत्र में भी अपने हिसाब से काम नहीं करा पा रहे हैं। इसी बात को लेकर विवाद उत्पन्न हुई थी।
कांग्रेस कबीले और दरबारियों की पार्टी:जयवर्धन
मप्र कांग्रेस के नेता और पूर्व नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि भाजपा 3 हिस्सों में बंट गई है। पहली शिवराज भाजपा, दूसरी महाराज भाजपाऔर तीसरी नाराज भाजपा। जयवर्धन ने आगे कहा कि हर 10 से 15 दिन में बीजेपी के बड़े नेता हमारे साथ आ रहे हैं। दीपक जोशी बीजेपी के कद्दावर नेता थे। वह भी आज कांग्रेस के साथ हैं। उनके कांग्रेस में आने से केवल देवास जिले में ही नहीं पूरे मालवा में एक संदेश गया है। उनकी अपने समाज में ही नहीं मतदाताओं के बीच भी अलग पहचान है। बीजेपी के कई नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं।