ग्वालियर में दुर्घटनाग्रस्त प्लेन हो रहा कबाड़, अमेरिकन कंपनी को ही बेचने की कवायद

 

ग्वालियर । कमलनाथ सरकार में खरीदा गया 62 करोड़ का प्लेन ग्वालियर में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद से कबाड़ हो रहा है। राज्य का विमानन विभाग अब इस प्लेन को अमेरिका की टेक्सट्रान कंपनी को ही बेचने की तैयारी कर रहा है। यह प्लेन गुजरात से रेमडेसिविर इंजेक्शन लेकर ग्वालियर आ रहे था। जो विमानतल पर लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। लैंडिंग के समय यह रनवे से करीब तीन सौ फीट पहले लगे अरेस्टर बैरियर से टकरा गया था। तब से विमान वहीं खड़ा है।
विमान के काकपिट के आगे का हिस्सा, प्रापलर ब्लेड क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसकी मरम्मत को लेकर कंपनी के इंजीनियर परीक्षण कर चुके हैं। एक बार और इंजीनियरों की टीम इसे देखकर अपनी रिपोर्ट देगी। राज्य शासन द्वारा दो इंजन वाला किंग एयर बी-250 (टर्बोप्राप) अमेरिका की टेक्सट्रान कंपनी से ही खरीदा गया था। 62 करोड़ कीमत का यह प्लेन नौ यात्री तथा दो पायलट क्षमता का है। इस विमान द्वारा छह मई 2021 तक 210 घंटा और दो मिनट की उड़ानें की गईं। छह मई 2021 को यह विमान ग्वालियर में लैंडिंग के दौरान दुघर्टनाग्रस्त हो गया था।
प्लेन दुर्घटना के मामले में राज्य सरकार की जांच रिपोर्ट में तथ्य सामने आए थे कि प्लेन की सुरक्षित लैंडिग की जिम्मेदारी कैप्टन माजिद अख्तर की थी। हादसा लापरवाही की वजह से हुआ। सरकार ने कैप्टन माजिद को नोटिस जारी कर पूछा था कि क्यों न इस लापरवाही के कारण हो रहे नुकसान की भरपाई उनसे की जाए। हालांकि जांच में यह तथ्य भी सामने आए थे कि, पायलट को रनवे पर बैरियर की जानकारी नहीं दी गई थी और इस प्लेन का बीमा भी नहीं था। इस पूरे मामले में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पायलट कैप्टन माजिद अख्तर का लाइसेंस निलंबित कर दिया था। यह कार्रवाई एक साल के लिए की गई थी। एक साल बाद माजिद खान का लाइसेंस बहाल कर दिया गया