विस में ऊर्जा मंत्री का सत्ता पक्ष के मंत्री- विधायकों ने नहीं दिया साथ; हुई फजीहत, कहा-वह विभीषण बनकर अब राम की पार्टी में आ गए हैं

 

 

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में गए विद्युत मंत्री का पद हासिल करने वाले प्रदुमन सिंह जबरदस्त हमले किए। सदन में सत्तापक्ष के विधायक और मंत्री उनके बचाव में नहीं उतरे। मंत्री जी की बड़ी फजीहत विधानसभा में हुई। प्रियव्रत सिंह ने 2003 के बाद से 27 बार मध्यप्रदेश में बिजली के दाम बढ़ाने पर सरकार को घेरने का काम किया। महंगी बिजली खरीदकर निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया। गुजरात की कंपनी टोरेंट इंडिया से 19 प्रति यूनिट की बिजली खरीदने और मध्य प्रदेश की बिजली कंपनियों को 58000 करोड़ के घाटे में डालने का आरोप लगाया।
उन्होंने 225000 किसानों पर बिजली चोरी के प्रकरण बनाने और 25000 किसानों को जेल भेजने का आरोप लगाया। बिना बिजली खरीदे निजी कंपनियों को 924 करोड रुपए देने का आरोप भी उन्होंने लगाया। सबसे बड़े आश्चर्य की बात यह रही कि विपक्ष विभीषण के तौर पर ऊर्जा मंत्री प्रदुमन सिंह पर हमला करता रहा। लेकिन उनका बचाव करने सत्ता पक्ष के मंत्रियों विधायकों ने वैसा साथ नहीं दिया जैसा उन्हें देना चाहिए था। उल्टा मजाक उड़ाया कि वह विभीषण बनकर अब राम की पार्टी में आ गए हैं।