ईमानदार आईपीएस मकवाना के 3 साल में छह तबादले,मप्र सरकार के इस फैसले पर उठ रहे सवाल

भोपाल । राज्य सरकार ने शुक्रवार आईपीएस अफसरों के तबादला आदेश में लोकायुक्त महानिदेशक कैलाश मकवाना को भी हटा दिया है। मकवाना को छह महीने के भीतर ही सरकार ने लोकायुक्त की कमान सौंपी थी। छह महीने के कार्यकाल में ही भ्रष्ट अफसर और नेताओं में मकवाना का भय सताने लगा था। साथ ही लोकायुक्त एनके गुप्ता से भी पटरी नहीं बैठ रही है। खबर तो यह है कि लोकायुक्त के कहने पर ही लोकायुक्त डीजी को बदला गया है। फिलहाल असल वजह जो भी हो लेकिन सरकार के इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि बेहद ईमानदार और सरल अधिकारी कैलाश मकवाना को सरकार 3 साल के भीतर 6 से ज्यादा तबादले कर चुकी है।
इससे पहले सरकार कैलाश मकवाना को इंटैलीजेंस सीआईडी प्रशासन मप्र पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन एवं अन्य विंग में पदस्थ कर चुकी है। कमलनाथ सरकार ने ही 15 महीने के कार्यकाल में मकवाना के पीएचक्यू के भीतर ही 3 तबादले किए थे। जबकि शिवराज सरकार ढाई साल में 4 से ज्यादा तबादले कर चुकी है। यानी पिछले साढ़े तीन साल के भीतर सरकार मकवाना को हर छह महीने के भीतर हटाती रही है।
कैलाश मकवाना छह माह ही विशेष पुलिस स्थापना लोकायुक्त संगठन में रहे। मकवाना के साथ पदस्थ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक केटी वाईफे को भी हटाया गया है। महानिदेशक पद पर फिलहाल किसी की पदस्थापना नहीं की गई है। मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी योगेश चौधरी को लोकायुक्त संगठन में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बनाया है।
पिता के तबादले पर बेटी बोली… आप पर है गर्व
विशेष स्थापना पुलिस लोकायुक्त संगठन केमहानिदेशक कैलाश मकवाना के तबादले पर उनकी बेटी श्रुति ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट किया कि आप पर गर्व है। उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है जो जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है। दरअसल मकवाना का जिस तरह से छह माह में तबादला हुआ है उसको लेकर प्रश्न उठ रहे हैं। उनकी छवि काम से काम रखने वाले अधिकारी की है। पिछले दिनों में लोकायुक्त पुलिस ने आर्थिक अनियमितताओं को लेकर कई कार्रवाई की है।