चार माह बाद फिर बदला नाम, अब हुआ वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन

चार माह पूर्व झांसी के रेलवे स्टेशन के नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई कर दिया गया था। स्टेशन के नाम से झांसी हटने का शहर के लोगों द्वारा भारी विरोध किया गया। लेकिन, अब एक बार फिर स्टेशन के नाम के साथ झांसी जोड़ दिया गया है। अब स्टेशन का नाम ‘वीरांगना लक्ष्मीबाई, झांसी’ हो गया है।

इससे पहले कांग्रेस महासचिव राहुल रिछारिया ने कहा था कि रानी और झांसी को अलग नहीं किया जा सकता। रानी ने झांसी के लिए खुद को बलिदान कर दिया। महानगर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ ने कहा कि भाजपा के नेता खुद स्टेशन के नाम में झांसी जोड़ने की मांग कर रहे हैं। ये राजनीतिक मुद्दा नहीं जनभावना का सवाल है। स्टेशन के नाम में झांसी जोड़ा जाए।

स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई से लेकर आजादी तक का गवाह झांसी रेलवे स्टेशन एक जनवरी को 133 साल पुराना हो गया। इसका उद्घाटन एक जनवरी वर्ष 1889 को हुआ था। ग्रेट इंडियन पेनिनसुलर रेलवे ने इसको स्थापित किया था। शुरुआत में भाप के इंजन से इक्का-दुक्का ट्रेनें ही चलती थीं, आज यह स्टेशन देश के सबसे ज्यादा व्यस्त रहने वाले स्टेशनों में से एक है। यहां से प्रतिदिन 250 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं।