पति को कागजों में मृत बताकर 10 साल तक विधवा पेंशन लेती रही, न्यायालय ने भेजा जेल

MP में पति को कागजों में मृत बताकर 10 साल तक विधवा पेंशन लेने का मामला सामने आया है। महिला सागर की रहने वाली है। महिला ने विधवा पेंशन पाने और BPL कार्ड में नाम शामिल करने फर्जी दस्तावेज बना लिए थे। इसका खुलासा उसके पति ने ही किया। पति को जैस इस धोखाधड़ी के बारे में पता चला। उसने पत्नी की शिकायत कर दी। पुलिस ने जांच करते हुए उसके खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। कोर्ट ने महिला को जेल भेज दिया है।

पुलिस के अनुसार केशवगंज वार्ड की रहने वाली आरोपी शमीम राईन की शादी 2001 में अशोकनगर के रहने वाले अख्तर खान से हुई थी। शादी के बाद अख्तर सागर में रह रहा था। पारिवारिक विवाद के चलते वह अशोकनगर चला गया। 2017 में अख्तर ने अशोकनगर में पत्नी शमीम के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में कहा था कि पत्नी शमीम फर्जी दस्तावेज बनवाकर शासन की योजनाओं का लाभ ले रही है। जांच के लिए आवेदन गोपालगंज थाना सागर भेजा गया। पुलिस ने जांच करते हुए शमीम के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था।

फर्जी दस्तावेज बनाकर BPL कार्ड भी बनवाया
जांच अधिकारी संगीता सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया कि आरोपी शमीम ने सागर में रहते हुए वर्ष 2011 में अपने पति का नाम अनीश खान बताते हुए उसे मृत बताया था। पति अनीश की मृत्यु का प्रमाण-पत्र बनवाकर वर्ष 2012 में उसने विधवा पेंशन योजना में नाम जुड़वाया। बीपीएल कार्ड भी बनवाया। जांच के दौरान अख्तर खान और अनीश खान की फोटो का मिलान किया गया तो दोनों लोग एक ही निकले। अख्तर ही अनीश नाम लिखता है। अख्तर की जानकारी निकाली, तो वह जिंदा है। अशोकनगर में रह रहा है। पुष्टि होने पर शमीम पर शासकीय दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने की धाराएं बढ़ाई गई।

आरोपी महिला पुलिस को करती रही गुमराह
मामले में पुलिस ने सोमवार को आरोपी शमीम को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया कि उसके बड़े पिता के बेटे का नाम अनीश है। उसकी पत्नी का नाम शमीम है, लेकिन जांच में यह झूठा निकला। मामले में अनीश खान और अख्तर खान के दस्तावेजों की छानबीन की गई, तो दोनों के दस्तावेजों में एक ही फोटो उपयोग की गई है। इससे स्पष्ट हुआ कि अख्तर और अनीश एक ही व्यक्ति है। एक दिन पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।