विस चुनाव में बाज़ी मारने भाजपा के असंतुष्टों के संपर्क में कांग्रेस के नेता, वरिष्ठों को मिली जिम्मेदारी

भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के चुनाव में अभी 6 माह का समय है।शतरंज की बाजी की तरह कांग्रेस और भाजपा एक दूसरों के घरों में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।असंतुष्टों को अपने घर में लाकर सामने वाले को पराजित करने का प्रयास दोनों ही दलों द्वारा किया जा रहा है। कांग्रेस ने अपने नेताओं को एरिया के हिसाब से जिम्मेदारी दी है। वह भाजपा के असंतुष्ट नेताओं के संपर्क में रहें। चुनाव में उनके समीकरण को ध्यान में रखते हुए, यदि भाजपा नेता के आने से भाजपा को नुकसान पहुंचता है,और कांग्रेस को फायदा होता है। तो उन्हें कांग्रेस में लाने के प्रयास की जिम्मेदारी दी गई है।
कांग्रेस में अभी पूर्व सांसद माखन सिंह सोलंकी और मुंगावली के पूर्व विधायक राव देशराज सिंह के पुत्र यादवेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। बसपा से पूर्व विधायक शीला त्यागी भी कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं।
चुनाव के पहले भाजपा सपा और बसपा के ऐसे नेता,जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। उनसे संपर्क करने की जिम्मेदारी सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव, अजय सिंह,डॉक्टर गोविंद सिंह, मीनाक्षी नटराजन, बाला बच्चन, सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, तरुण भनोट,फूल सिंह बरैया, के पी सिंह इत्यादि को जिम्मेदारी दी गई है।
इस विधानसभा चुनाव मे कांटे का मुकाबला,भाजपा और कांग्रेस के बीच में है। इसको ध्यान में रखते हुए कांग्रेस और भाजपा कोई भी कोर कसर छोड़ना नहीं चाहती है।

यहाँ बता दें कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में सबसे ज़्यादा भूमिका ग्वालियर चंबल संभाग की रहेगी।कां कांग्रेस पार्टी को हर हाल में मध्य प्रदेश की सत्ता प्राप्त करनी है इसलिए कमलनाथ ने सभी वरिष्ठ नेताओं को सबसे ज़्यादा फ़ोकस ग्वालियर चम्बल संभाग में करने के निर्देश दिए हैं।दूसरा पहलू यह भी है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ग़द्दारी से कांग्रेस की बनी बनायी सरकार चली गई थी।कांग्रेस के अंदरुनी सर्वे में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि जो बागी नेता कांग्रेकांग्रेस छोड़कर भाजपा में गए थे उसमें से अधिकतर नेताओं की जीत मुश्किल है।कारण साफ़ है इन क्षेत्रों में विकास कार्य न के बराबर हुए हैं इसका पूरा फ़ायदा इस वर्ष नवम्बर माह में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों को मिलेगा ऐसी उम्मीद व्यक्त की जा रही है।