वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए कांग्रेस चलाएगी बूथ जोड़ो कार्यक्रम; दिसंबर से शुरुआत , सभी सहयोगी संगठनों को मिलेगी जिम्मेदारी

ग्वालियर।  मध्य प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। भाजपा और कांग्रेस का जोर इस बात पर है कि उसे प्राप्त होने वाले मत प्रतिशत में वृद्धि हो। भाजपा ने अपने पक्ष में दस प्रतिशत मतदान बढ़ाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और इसे प्राप्त करने के लिए विभिन्न् कार्यक्रम चला रही है। अब कांग्रेस ने भी इस दिशा में काम करने के लिए कार्यक्रम बनाया है।
पार्टी के सभी सहयोगी संगठन दिसंबर से बूथ जोड़ो कार्यक्रम चलाएंगे। इसमें उन केंद्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जहां पार्टी की स्थिति तीसरे नंबर पर रही थी। बूथ प्रबंधन प्रकोष्ठ को विधानसभा क्षेत्रवार इसकी जानकारी तैयार करने का दायित्व दिया गया है।
वर्ष 2018 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40.89 प्रतिशत मत प्राप्त हुए थे और 114 प्रत्याशी जीते थे। वहीं भाजपा 41.02 प्रतिशत मत लेकर 109 सीटों पर विजयी रही थी। कांग्रेस ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनार्ई थी। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक विधायकों के साथ पार्टी छोडऩे के कारण कमल नाथ सरकार अल्पमत में आ गई और सत्ता परिवर्तन हो गया।
तब से ही भाजपा दस प्रतिशत मतदान अपने पक्ष में बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत है। इसके लिए बूथ सशक्तीकरण से लेकर अन्य कार्यक्रम चलाए गए। संगठन ने मुख्यमंत्री से लेकर जिला पदाधिकारियों को बूथ संपर्क कार्यक्रम में लगाया। प्रत्येक मतदान केंद्र का डेटा एकत्र कर कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा है। पार्टी को इसका लाभ भी नगरीय निकाय चुनावों में मिला। भाजपा की तैयारी को देखते हुए कांग्रेस भी अपने पक्ष में मतदान बढ़ाने की दिशा में जुट गई है। प्रदेश कांग्रेस ने बूथ जोड़ो कार्यक्रम तैयार किया है।
मोर्चा-प्रकोष्ठों के प्रभारी महामंत्री जेपी धनोपिया ने बताया कि बूथ प्रबंधन प्रकोष्ठ गठित किया गया है जो प्रत्येक मतदान केंद्र की स्थिति को लेकर रिपोर्ट तैयार कर रहा है। इस आधार पर उन मतदान केंद्रों को चि-त किया जाएगा जहां पार्टी प्रत्याशी लगातार हार रहे हैं या फिर पार्टी की स्थिति तीसरे नंबर की है। जिन केंद्रों पर भाजपा से मुकाबला बराबरी का है और थोड़ी मेहनत करके बढ़त बनाई जा सकती है। ऐसे सभी केंद्रों पर पार्टी के पक्ष में मतदान बढ़ाने के लिए गतिविधियां चलाई जाएंगी। इसमें सभी महिला कांग्रेस युवा कांग्रेस भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन सहित मोर्चा-प्रकोष्ठों को मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी औैर प्रतिमाह इसकी समीक्षा भी होगी।