केंद्रीय मंत्री, मप्र सरकार के मंत्री और विधायकों के पास भीड़ में शामिल होकर सोशल मीडिया पर फोटो- वीडियो पोस्ट करने वाले सड़क छाप नेताओं और समर्थकों पर भाजपा करेगी सख्त कार्रवाई

ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी का जिलाध्यक्ष घोषित हो जाने के बाद अब नए सिरे से पार्टी और संगठन मजबूत करने के लिए वरिष्ठ नेतृत्व द्वारा कवायद की जा रही है। इसको लेकर सबसे बड़ा कदम कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में आए नेता और उनके सड़क छाप समर्थकों पर
एक्शन लेने की बात कही जा रही है। यह वह लोग हैं जो कभी भी भाजपा द्वारा आयोजित बैठक और क्रियाकलापों में हिस्सा नहीं लेते हैं बल्कि
शादी पार्टी मैं बड़े नेताओं के संग अपने फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं। पार्टी अब ऐसे नेताओं पर एक्शन लेने की तैयारी कर रही है ।
बता दें कि सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद ग्वालियर चंबल संभाग के काफी सारे समर्थक उनके साथ चले गए थे। ऐसे नेताओं को भाजपा की मुख्य धारा से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें सिर्फ समर्थकों के साथ फोटो खिंचवाकर नेतागिरी करनी है। अब ऐसे नेता और चमचों के ऊपर पार्टी और संगठन के वरिष्ठ नेतृत्व कार्रवाई करेगा। स्थानीय पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि ऐसे नेता और उनके समर्थको की एक सूची तैयार की जा रही है जो सिर्फ सोशल मीडिया पर नेतागिरी करते हैं और बड़े नेताओं के संग फोटो खिंचवाकर नेतागिरी की इच्छा रखते हैं जबकि पार्टी की गतिविधियों से उनका कोई लेना देना नहीं है.

नहीं आते पार्टी की बैठकों में
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बताया कि सिर्फ सोशल मीडिया पर नेतागिरी करने वाले विधायक मंत्री और केंद्रीय मंत्री के समर्थकों के साथ जुड़े सड़क छाप लोग बड़े नेताओं के साथ जबरदस्ती भीड़ में शामिल होकर फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं ऐसे नेता और उनकी समर्थक ना तो पार्टी की बैठकों में शामिल होते हैं और ना ही संगठन को बढ़ावा देने के लिए कोई सहयोग करते हैं

भाजपा के नेताओं ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है
उल्लेखनीय है कि मूल भाजपा के नेता और कार्यकर्ता जो जमीन से जुड़कर भाजपा को जिताने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ते हैं, वह भी गली मोहल्ले के नेताओं से दूरी बनाए रखे हुए हैं। सूत्र का कहना है कि सोशल मीडिया पर नेतागिरी करने वाले ऐसे लोगों पर अब भाजपा संगठन कड़ी कार्रवाई करेगा। बताया जाता है कि ऐसे लोगों की सूची भी भाजपा मुख्यालय द्वारा बनवाए जा रही है जो लंबे समय से कार्यालय नहीं आते हैं।