
उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने दिखाए सबूत; तत्कालिन परिवहन मंत्री ने की थी सौरभ की सिफारिश
भोपाल। मप्र के बहुचर्चित सौरभ शर्मा के कार से 52 किलो सोना और नकदी बरामद मामले में विधानसभा में उप प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हेमंत कटारे ने पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को सौरभ शर्मा को जन्म देने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि सौरभ शर्मा भूपेंद्र सिंह के परिवहन मंत्री रहते फला फूला है। मालथौन नाके पर सौरभ शर्मा लंबे समय तक पदस्थ रहा। मालथौन नाका भूपेंद्र सिंह की गृह विधानसभा है। कटारे ने कहा कि राजेन्द्र सेंगर के जरिये भूपेंद्र सिंह का लेनदेन होता था। भूपेंद्र सिंह 10 करोड़ का मानहानि नोटिस खेलना बंद करें। सौरभ शर्मा का टैलेंट देखते हुए भूपेंद्र सिंह ने उसकी नियुक्ति करवाई थी। ब्राह्मणों पर भूपेंद्र सिंह ने कई एफआईआर करवाई है। नियुक्ति को लेकर भूपेंद्र सिंह के कागज दिखाने की बात कही थी आज मैं सभी सबूत दिखा रहा हूं।
आरोपों के अनुसार काली कमाई के कुबेर परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा को परिवहन विभाग में आरक्षक बनाने की सिफारिश खुद तत्कालीन परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने की थी। तत्कालीन परिवहन आयुक्त ने नोटशीट पर लिखा भी था कि अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरण में सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाना चाहिए, सौरभ शर्मा की नियुक्ति का आदेश जारी किया जाए। यह टीप तत्कालीन परिवहन आयुक्त शैलेंद्र श्रीवास्तव ने तत्कालीन अपर आयुक्त परिवहन आरके जैन की आपत्ति के बाद भी लिखी थी। आरके जैन ने नियमों का हवाला देकर तृतीय वर्ग श्रेणी में नियुक्ति को लेकर नियम कायदों की जानकारी मंगवाने के लिए लिखा था। परिवहन विभाग इस असमंजस में भी पड़ गया था कि तृतीय श्रेणी वर्ग में भर्ती की जाए या मंत्रीजी के सिफारिशी पत्र का पालन किया जाए। इस पूरे मामले में मंत्रीजी का पत्र भारी रहा और सौरभ की नियुक्ति हो गई।
उपनेता प्रतिपक्ष ने दिखाए सबूत
हेमंत कटारे ने कागज दिखाते हुए कहा कि- 29/10/2016 में नियुक्ति पत्र में प्रतिलिपि की गई है। मंत्री जी के निज सहायक को प्रतिलिपि दी गई। नियुक्ति पत्र में मंत्री के नोटशीट का हवाला दिया है। भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर की नोटशीट दिखाई। अनुकम्पा नियुक्ति में सौरभ शर्मा की नियुक्ति प्रकरण अभिभक्त करें। कटारा ने कलेक्टर का पत्र 12/08/2016 का दिखाया। मंत्री का नाम पत्र में नहीं है, लेकिन पत्र का स्वत: संज्ञान लिया। सौरभ शर्मा स्वास्थ्य विभाग के अलावा, परिवहन में क्यों नियुक्ति मिली। अनुकम्पा का नियम है कि अगर परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में है उसको नियुक्ति सरकारी नहीं मिलेगी। सौरभ के परिवार में लोग सरकारी नौकरी में थे। नियम कहता है कि अगर विभाग में जगह नहीं है तो उसको कॉन्ट्रैक्चुअल बेस में नौकरी मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
भूपेंद्र सिंह की बाजार में 10 हजार कीमत
आगे हेमंत कटारे ने आरोप लगाते हुए कहा सौरभ शर्मा के परिवार में लोग सरकारी नौकरी में थे। नियम तो ये कहता है कि अगर विभाग ने जगह नहीं है तो उसको कॉन्ट्रैक्चुअल बेस में नौकरी दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वह आजकल 10 करोड़ रुपए का मानहानि का नोटिस देकर दवाब बना रहे हैं। मैंने एक प्राइवेट कंपनी से सर्वे कराया तो उसमें पता चला कि अधिकतम उनके मान की कीमत 10 हजार रुपए है। हम भी वर्तमान में 10 हजार रुपए से ज्यादा नहीं देंगे। भूपेंद्र सिंह पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। इनके साथ जो दूसरे लोग शामिल हैं। उन पर भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को चुनौती दे रहे हैं। अपने एक मंत्री को जेल भेजने की बात करते हैं। भाजपा को तत्काल नोटिस जारी करके उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।
सौरभ मुख्यमंत्री से ज्यादा पॉपुलर
हेमंत कटारे ने कहा कि फरार सौरभ शर्मा को पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कैसे संरक्षण दिया। कैसे नियुक्ति करवाई और मध्यप्रदेश में करप्शन का जो माया जाल है, वह कैसे पैदा हुआ। इसमें भूपेंद्र सिंह की क्या भूमिका है, इसे तथ्यों के साथ सामने रख रहा हूं। कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा नाम का व्यक्ति मध्य प्रदेश में वर्तमान मुख्यमंत्री से भी ज्यादा पॉपुलर हो चुका है। अभी वह दुबई में है, पंजाब में है, दिल्ली में है या कहां है? मध्यप्रदेश की पुलिस इंटेलिजेंस का यह फैलियर है कि उसकी लोकेशन पुलिस पता नहीं कर पाई। यह भी हो सकता है कि जानबूझकर उसको फरार रख रही है। क्योंकि अगर वह पकड़ा गया तो भूपेंद्र सिंह या इन जैसे बड़े लोगों की पोल खुल जाएगी। कटारे ने कहा कि हमने जब प्रेस वार्ता कि तो उसके बाद नए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर पदस्थ किए गए। यह भी सुनने में आया है कि नए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति भी सौरभ शर्मा और उनसे जुड़े सत्य प्रकाश, तुभराम और बघेल जैसे लोगों ने कराई है।
सत्यप्रकाश सौरभ का गुरु, उसके भी कागज जुटा रहा हूं
कटारे ने कहा कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति अक्टूबर 2016 में हुई, लेकिन ट्रांसपोर्ट विभाग पहले से था। 2016 से पहले सत्य प्रकाश नाम का व्यक्ति जो सौरभ शर्मा का गुरू भी है, वो पूरा सिस्टम ऑपरेट करता था। अभी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर की नियुक्ति में भी सत्य प्रकाश की अहम भूमिका है। मैं सत्य प्रकाश के कागज भी इक_ा कर रहा हूं। कैसे उन्होंने अपनी मां-भाई के नाम प्रॉपर्टी इक_ी की है। ऐसे ही तुभराम और बघेल ने अपनी बहन और परिवार जनों के नाम प्रॉपर्टी इकट्टी की। यह 300-400 करोड़ रुपए के इंस्पेक्टर थे। इनकी जानकारी इकट्टा होते ही मैं यह जानकारी मीडिया और लोकायुक्त को दूंगा।
सिफारिश की तो नोटशीट दिखाएं: भूपेंद्र सिंह
हेमंत कटारे के आरोपों पर पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई में प्रेस कॉफ्रेंस कर जवाब दिया। भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि कटारे जी मैनेज होकर प्रेस कॉफ्रेंस कर झूठे आरोप लगा रहे हैं। जो असली आरोपी हैं वो अपने बचने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। कटारे के आरोपों पर पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे परिवहन मंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल में सौरभ शर्मा कभी भी मेरे विधानसभा क्षेत्र के चेकपोस्ट पर पदस्थ नहीं रहा। अगर कभी उसकी पोस्टिंग मालथौन चेकपोस्ट पर रही है तो हेमंत कटारे उसका आदेश व तारीख बताएं। यदि ये प्रमाणित कर दें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा, मैं हेमंत कटारे जी पर मानहानि का केस करूंगा। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि, मैं हेमंत कटारे से पूछना चाहता हूं कि ऐसी कौनसी नोटशीट है जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति के लिए अनुशंसा, सिफारिश या अनुमोदन किया हो। यह तो बहुत दूर की बात है, मैंने विचार करने के लिए भी लिखा हो तो वह नोटशीट बताएं। कटारे पत्रकार वार्ता कर सौरभ शर्मा व किसको को बचाना चाहते हैं। जब जांच एजेंसियां जांच कर रहीं हैं, तब पत्रकार वार्ता का क्या औचित्य है? जांच में सब सामने आएगा।
कटारे के भाई पर 35 केस
भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि इनके भाई योगेश कटारे पर 35 आपराधिक केस हैं। आईएसबीटी पेट्रोल पंप के पास जो झुग्गी-झोपडिय़ां हैं उनमें इनके भाई योगेश कटारे के संरक्षण में गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर बेचने का काम होता हैं। जिसकी जांच के लिए मैं पुलिस को लिख रहा हूं। ये भिंड से चुनाव कैसे जीते यह भी सबको मालूम हैं। इनके भाई भोपाल से अपराधियों को भिंड ले जाकर बूथ कैप्चरिंग करके चुनाव जीते हैं। भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हेमंत कटारे ये भी बताएं परिवहन घोटाले के आरोपियों ने इस पत्रकार वार्ता के लिए कैसे मैनेज किया है। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जांच एजेंसियों को हेमंत कटारे की भी कॉल डिटेल निकालकर देखना चाहिए। पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि हेमंत कटारे को मेरे कार्यकाल की सराहना करना चाहिए, जिसमें मैंने चेक पोस्टों को बंद कर दिया था।