
कोहरे के कहर से सडक़ से लेकर रेल व हवाई यातायात प्रभावित
ग्वालियर। नव वर्ष का ठंड से आगाज हुआ है। नए साल की शुरुआत के बाद शनिवार को भी घने कोहरे के चलते वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हुई। सडक़ों पर वाहन रेंग-रेंग कर चलते नजर आए। सर्दी बढऩे के साथ कोहरा फसलों के लिए वरदान साबित हो रहा है। एक तरफ ठंड और कोहरे ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। सूर्य देव बादलों के बीच रहे। ठंड बढऩे से अब अलाव सहारा बन रहे हैं। बाजारों, गलियों में लोग अलाव जलाकर सर्दी को दूर करते नजर आए।
कोहरे के कहर से सडक़ से लेकर हवाई यातायात तक प्रभावित हुआ है। शनिवार को सडक़ों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। कोहरे से राहत मिलती नहीं दिख रही है। शनिवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार दृश्यता सिर्फ 40 मीटर तक ही रह गयी। वाहन चालकों को वाहन चलाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। शहर में ज्यादातर वाहन चालकों ने सुबह से ही हेड लाइट जलाकर अपने वाहन रेंगते हुए चलाये।
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी यही स्थिति रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। ग्वालियर सुबह के समय घना कोहरा छाया हुआ है। वहीं अलग-अलग इलाकों में दिन में ठंड की स्थिति बनी रह सकती है।
कोहरे ने थामी ट्रेनो की रफ्तार, 6 घंटे से अधिक देरी से चल रही ट्रेनें
घने कोहरे का असर ट्रेनो पर भी रहा। शताब्दी, वंदे भारत जैसी वीआईपी ट्रेनें भी चार से पांच घंटे की देरी से चल रही है। वही लंबी दूरी की कुछ ट्रेने 7 से 8 घंटे की देरी से चल रही है। वही कुछ पेसेन्जर ट्रेनो को तो रद्द तक कर दिया गया है। जिन यात्रियों ने पहले से रिजर्वेशन करा लिए है वह रेलवे एप से ही जानकारी लेकर घर से निकल रहे है। लेकिन स्टेशन पहुंचते ही ओर अधिक समय तक ट्रेन लेट होने पर उन्हें स्टेशनों पर ही कडक़ड़ाती ठंड में अपनी ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है।