आइआइटी और एनआइटी परीक्षा में लाने होंगे 75 प्रतिशत अंक,12वीं के छात्रों की फिर बढ़ी मुसीबत

भोपाल । नेशनल टेस्टिंग सिस्टम में दाखिले के लिए 12 वीं में 75 प्रतिशत अंकों की बाध्यता फिर से लागू कर दी है। इससे 2021 और 2022 में 12 वीं में 75 प्रतिशत अंक हासिल नहीं करने वाले कई रिपीटर छात्र आईआईटी तथा एनआइटी में दाखिले की दौड़ से बाहर हो गए हैं तो वहीं 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले 50 हजार से अधिक विद्यार्थियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा।
पिछले साल तक 12वीं में कम प्रतिशत वाले स्टूडेंट्स को प्रवेश देने की छूट दी गई थी इससे कई ऐसे छात्र जिन्होंने 12वीं में अच्छे अंक प्राप्त किए थे लेकिन उन्हें मनपसंद संस्थान न मिलने के कारण प्रवेश नहीं लिया था ऐसे ड्रॉपआउट छात्रों को अब प्रवेश मिलने में आसानी होगी। कई ऐसे छात्र इस दौड़ से बाहर हो गए हैं जिन्होंने 12वीं में 75 प्रतिशत या इससे कम अंक प्राप्त किए हैं।
पिछले साल साढ़े सात लाख से अधिक छात्रों ने दी थी परीक्षा
2021-22 में एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में 6 लाख 97 हजार 880 विद्यार्थी शामिल हुए थे इसमें से 91 हजार 913 छात्रों ने 75 प्रतिशत या उसे अधिक अंक प्राप्त किए थे वहीं 6 लाख 97 हजार 880 विद्यार्थी ऐसे थे जिन्होंने 75 प्रतिशत से कम अंक हासिल किए थे। वहीं सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में करीब 50 हजार विद्यार्थी शामिल हुए थे। लगभग 30 हजार विद्यार्थी ऐसे थे जिन्होंने 75 प्रतिशत या इससे अधिक अंक हासिल किए थे। गौरतलब है कि कोविड के कारण 2021 और 2022 में इन संस्थानों में दाखिले के लिए 75 प्रतिशत अंकों की बाध्यता हटा दी गई थी। जेईई मेन के इंफॉर्मेशन बुलेटिन में दाखिले के लिए जारी पात्रता नियमों में फिर से इस प्रावधान को जोड़ा गया है।