मध्य प्रदेश में नए साल में रिटायर होंगे 15 आईपीएस अधिकारी; अन्वेषक मंगलम व पवन जैन के नाम शामिल

भोपाल/ ग्वालियर। 2023 में मप्र के 15 आईपीएस अफसर रिटायर होंगे। इन अफसरों की सूची में बलवीर सिंह ऐसा ही नाम है जो कभी एसपी डीआईजी और आईजी नहीं बन सके। ऐसे प्रदेश के पहले आईपीएस अफसर बलवीर सिंह हैं लेकिन लंबे समय तक सीकेरट सर्विसेस में रहने का रिकॉर्ड बनाया है। रिटायरमेंट से पहले भी सीबीआई में ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर हैं। यह अफसर इसलिए अचानक चर्चा में आए क्योंकि केंद्र सरकार ने स्पेशल टास्क सौंपा है।
जानकारों का कहना है कि राजधानी में साल 2001 में गदर कांड हुआ था। बलवीर सिंह उस वक्त एडिशनल एसपी शहर हुआ करते थे। इस कांड के मुख्य आरोपी आरिफ मसूद को बलवीर सिंह ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद फिर बलवीर सिंह मध्य प्रदेश नहीं लौटे। साल 2001 में ही बलवीर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए। 20 साल के अधिक हो चुके हैं लेकिन अबतक प्रदेश के किसी भी विभाग में पदस्थ नहीं हुए हैं। बलवीर सिंह 2 दशक से अधिक समय तक कई सिक्रेट सर्विस एजेंसियों में तैनात रहे। डिपुटेशन पर जाने के बाद पहली पोस्टिंग दिल्ली सीबीआई में हुई। सूत्रों का कहना है कि कांधार कांड के दौरान भी आईबी में रहते हुए हाईजैक करने वाले आतंकियों के प्लान को ब्रेक करने की टीम में शामिल थे। इसके अलावा आईबी की बंग्लादेश-पाकिस्तान डेस्क पर तैनात किए गए। लंबे समय तक खुफिया विभागों में काम करने के बाद केंद्र सरकार ने उन्हें सीआई (काउंटर-इंटेलिजेंस) में भेज दिया था। हालांकि अब बलवीर सिंह मध्य प्रदेश लौट आए हैं लेकिन पुलिस महकमों से दूर हैं। उन्हें केंद्र सरकार भोपाल में ज्वाइंट डायरेक्टर सीबीआई बनाकर भेजा है। साल 1994 बैच के आईपीएस अधिकारियों ने बताया कि बलवीर सिंह से संपर्क सालों से नहीं हुआ है। अब रिटायरमेंट के बाद ही संपर्क हो सकेगा।

पुलिस महकमे में एक ऐसे भी चर्चित अफसर हैं। जिनका पॉलिटिक्स कनेक्शन होना उनके लिए फायदेमंद रहा। साल 1998 बैच के विवेक शर्मा हरियाणा में डिपुटेशन पर भेजे गए थे। जो हरियाणा के दो जिलों में भी एसपी रह चुके हैं। अभी तक डिपुटेशन में दूसरे राज्य में अधिकारी को भेजने पर फील्ड पोस्टिंग नहीं दी जाती है लेकिन शर्मा ही अकेले अफसर है। जिन पर यह नियम लागू नहीं हुआ। अभी आईजी विवेक शर्मा पीएचक्यू में पदस्थ है। हालांकि शर्मा के रिटायरमेंट के लिए 12 साल अभी बचे हुए हैं।

केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर एस एल थाऊसेन भी दिल्ली से ही रिटायर हो जाएंगे। अन्वेष मंगलम केटी वाईफे एमएल छारी अनिल कुमार शर्मा तिलक सिंह मुकेश कुमार जैन पवन कुमार जैन अनिता मालवीय एसडब्ल्यू नकवी डी श्रीनिवास राय वीके महेश्वरी और जी जनार्दन सेवानिवृत्त होंगे। इसके अलावा हवाला मामले में नाम आने के बाद चर्चा में रहे सुशोभन बेनर्जी भी रिटायर होंगे।