
मप्र में 31 दिन में एक लाख 58 हजार वाहनों की बिक्री, टैक्स से परिवहन विभाग को मिला करीब 446 करोड़ का राजस्व
ग्वालियर। दीपावली व दशहरे की वजह से प्रदेश में अक्टूबर में आटोमोबाइल सेक्टर में बंपर कारोबार हुआ। प्रदेश में 31 दिनों में एक लाख 58 हजार वाहन बिके हैं। इससे परिवहन विभाग का खजाना भरा है। रोड टैक्स से 446 करोड़ से अधिक का राजस्व मिला है। नवंबर में भी बड़ी संख्या में वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं। अगस्त व सितंबर 2022 के मुकाबले वाहनों की खरीद में तीन गुना तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं दूसरी ओर प्रदेश में सबसे ज्यादा वाहनों की विक्री इंदौर में हुई है, जबकि ग्वालियर चौथे नंबर पर रहा है।
कोविड-19 के चलते पिछले दो साल से आटोमोबाइल सेक्टर काफी प्रभावित हुआ था। वाहनों का उत्पादन नहीं हो पा रहा था, जिसके चलते लंबी वेटिंग थी। लोगों को अपनी मनचाही कार नहीं मिल पा रही थी। छह महीने से डेढ साल तक की वेटिंग लोगों को मिली थी। इस कार 2021 में वाहनों की खरीद में 10 फीसद की गिरावट आई थी। यह गिरावट दुपहिया से लेकर भारी वाहन में थी। अब स्थितियां सामान्य हो गई। इस बार की दीपावली कोविड-19 से मुक्त रही। इस कारण दुपहिया व चार पहिया में खरीद हुई है।
350 से 500 सीसी मोटरसाइकिल की बढ़ी चाहत
दुपहिया वाहन में 350 से 500 सीसी के बीच के वाहनों की चाहत ज्यादा बढ़ी है। अक्टूबर में प्रदेश में पांच हजार से अधिक मोटर साइकिल 350 से 500 सीसी के बीच की हैं। जबकि पेट्रोल 108 रुपये लीटर है। पेट्रोल की महंगाई महंगी बाइक की चाहत को कम नहीं कर पा रही है। 4 हजार दुपहिया इलेक्ट्रिक गाड़ी रजिस्टर्ड हुए हैं। इन गाडिय़ों की गति 50 किमी से अधिक है, जिसके चलते रजिस्ट्रेशन किया गया। 50 किमी प्रतिघंटा से कम गति में चलने वाली गाड़ी के रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है।
दशहरा व दीपावली पर वाहनों की जमकर विक्री हुई है। विभाग को 300 करोड़ से अधिक का राजस्व मिला है।
अरविंद सक्सेना, अपर आयुक्त परिवहन विभाग