लोन के चलते इंदौर में परिवार ने गवाई अपनी जान, गृह मंत्री ने दिए जांच के आदेश, साइबर सेल कसेगी शिकंजा
मध्य प्रदेश के इंदौर में रहने वाला परिवार ऑनलाइन लोन एप के झांसे में आकर अपनी जान गवां बैठा। परिवार के सदस्य अमित यादव लिया हुआ लोन नहीं चुका पाए। जिसके चलते उन्हें लगातार धमकियों का सामना करना पड़ रहा था। इससे परेशान होकर डेढ़ साल के बेटे दिव्यांश, 3 साल की बेटी याना और 29 साल की पत्नी टीना को जहर देकर खुद फांसी लगा ली ।
अमित यादव ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिससे पूरा घटनाक्रम सामने आया। सुसाइड नोट लिखा कि उसने मनी व्यू, डी मार्ट क्वाइन, मनी टू बैलेंस, मनी पॉकेट और रुफिलो जैसे ऑनलाइन एप स लोन लिया था। लेकिन मैं लौटा पाने में असमर्थ हूं और इससे मेरी इज्जत ख़राब हो रही है। मुझे धमकियां मिल रही हैं और मेरे एकाउंट में केवल 850 रुपये हैं। इसे मैं अपने भाई और दोस्त को ट्रांसफर कर रहा हूं जिन्होंने मेरे हर कदम पर साथ दिया है।
वहीं ऑनलाइन एप से परेशान परिवार द्वारा की गई सामूहिक आत्महत्या को सरकार ने गंभीरता से लिया है। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि इंदौर पुलिस कमिश्नर को घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही साइबर सेल ऑनलाइन लोन एप की प्रक्रिया और उसके तरीके की जांच करेगा। कोई आपत्तिजनक तरीका हुआ तो गंभीरता से विचार करेंगे।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश पुलिस ने लोन एप्प के जरिए होने वाली धोखाधड़ी को लेकर एक एडवाइजरी भी जारी की है। इसके मुताबिक ठगों द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड के तरीके से आम लोगों के साथ ठगी की जा रही है। ठग व्यक्ति को तत्काल लोन देने के नाम पर मोबाइल पर एप्प डाउनलोड करवाते है।
ऐसे ठग 2 से 4 हजार का लोन बहुत कम अवधि के लिए देता है आए उस लोन को चुका देता है। फिर भी ठग संबंधित व्यक्ति के पर्सनल कॉन्टैक्ट नंबर पर उसके परिचितों को कॉल कर अपशब्द कहना या अश्लील बाते कर व्यक्ति को पैसे डालने के लिए धमकी देता है। वहीं ऐसे किसी भी प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड होंने पर तत्काल क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित CYBER HELPLINE NO.704912-4445 पर कॉल कर सूचित करें।