मप्र के सरकारी महकमों में बिना रिश्वत नहीं होता काम, ग्वालियर-चंबल में दर्ज हुए कई मामले
भोपाल/ ग्वालियर । मप्र में रिश्वतखोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना काल के बाद भ्रष्टाचार के मामले में बढ़ोत्तरी हुई है। शासकीय कर्मचारी और अधिकारी रिश्वत ले रहे है। पिछले 3 महीनों में ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त ने रिकॉर्ड ट्रैपिंग कर कार्रवाई को अंजाम दिया है। पिछले 3 महीने में 50 से ज्यादा छोटे और मझोले कर्मचारियों अधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सरकार की जांच एजेंसियां बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं कर पा रही हैं। महज छोटे और मझोले कर्मचारियों अधिकारियों तक ही सीमित है। तृतीय वर्ग के कर्मचारी जांच एजेंसियों के रडार पर सबसे ज्यादा पटवारी, शिक्षक और कॉन्स्टेबल स्तर के शासकीय कर्मचारी शामिल है।
ये है अभी तक के प्रमुख मामले
3 जून
10 हजार की रिश्वत लेते पटवारी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। फील्डबुक बनाने के नाम पर 10 हजार की रिश्वत ले रहे पटवारी को लोकायुक्त टीम ने जबलपुर की शाहपुरा तहसील कार्यालय में पकड़ा था।
14 मई
राजधानी भोपाल के आर आई अनिल मालवी को 25हजार की रिश्वत लेते ट्रैप किया। लोकायुक्त पुलिस भोपाल की कार्रवाई जमीन के सीमांकन के लिए रिश्वत मांगी थी।
20 मई
महिला एवं बाल विकास की दो महिला अधिकारियों को रीवा में लोकायुक्त पुलिस ने 10-10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। मध्यान्ह भोजन का बिल पास कराने के लिए दो ना महिला अधिकारी रिश्वत ले रही थी।
9 मई
रोड निर्माण के एवज में रीवा के गांव द्वारी के सरपंच को लोकायुक्त पुलिस ने 2 लाख की रिश्वत देते हुए पकड़ा था। सड़क अपने अनुसार बनवाने के लिए सरपंच ग्रामीण से रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
24 मई
रीवा के जनपद जवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अरुण कुमार भारद्वाज को शासकीय मकान में मनरेगा के काम को लेकर बिल पास कराने के एवज में 10 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया।
5 जून
सागर के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त को रिश्वत के 5 लाख रुपये लेते पकड़ा। बीड़ी फर्म और कार्रवाई की धमकी आयुक्त ने दी थी। ईओडब्ल्यू ने कार्रवाई को अंजाम दिया था।
5 जून
सीनियर डीएमई ने नौकरी लगवाने के नाम पर 50 हजार की रिश्वत ली। सीबीआई भोपाल की टीम ने अधिकारी को रिश्वत लेते इटारसी से गिरफ्तार किया था।
16 मई
दमोह जिले के शिक्षा अधिकारी को रिटायर्ड शिक्षक से 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई को दिया अंजाम तेंदूखेड़ा स्थित ग्राम में की गई कार्रवाई।
4 जून
शहडोल के ब्यौहारी तहसील में नगर पालिका के दो कर्मचारी रिश्वत लेते गिरफ्तार रीवा लोकायुक्त टीम की कार्रवाई की थी।
28 मई
राजधानी भोपाल के पास स्थित श्यामपुर थाना क्षेत्र टीआई 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की। सीहोर के श्यामपुर थाना क्षेत्र में रिश्वत ले रहा था।
इसके अलावा ग्वालियर चंबल संभाग में पिछले पाँच महीने में रिश्वत माँगने और लोकायुक्त पुलिस द्वारा बड़ी संख्या में सरकारी अधिकारी- कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ने के मामले सामने आए हैं