अधिवक्ता ने विवाहित महिला पक्षकार से बनाए अवैध संबंध ,अब पति न्याय के लिए भटक रहा
ग्वालियर के एक वक़ील की काली करतूत
काम अपराधियों जैसे, अधिवक्ता समाज को कर रहा बदनाम
झांसी/ग्वालियर। यह प्रकरण सुनने में बड़ा ही अजीब लगता है लेकिन जिस व्यक्ति के संग यह घटित हुआ है वह दर-दर की ठोकरें खा रहा है। पति पत्नी के आपसी विवाद की गति यह हुई कि दोनों में विवाह विच्छेद, और घरेलू हिंसा प्रकरण का मामला कोर्ट में विचाराधीन था। पत्नी का प्रकरण ग्वालियर निवासी एक वकील पैरवी कर रहा था । कुटुंब न्यायालय में संबंध विच्छेद याचिका वकील के माध्यम से पेश की गई। वकील ने मौका देखकर अपने पक्षकार को झांसे में लिया और उसे सब्जबाग दिखाकर शादी कर ली जबकि वह पहले से ही विवाहित था और उसका पहली पत्नी से संबंध विच्छेद कानूनी रूप से नहीं हुआ है।
खास बात तो यह है कि वकील के साथ संबंध स्थापित होने के बाद प्रार्थी की पत्नी गर्भवती हुई और उसे एक पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई इस दौरान हॉस्पिटल में वकील ने अपनी पक्षकार को पत्नी के रूप में दर्शाया और अपना नाम पति के रूप में ही दस्तावेजों में मेंशन कराया।
अब विधवा मां का इकलौता बेटा एक वकील की मेहरबानी से ठोकरें खाने को मजबूर हो गया
है ।
मामला सचिन जैन पुत्र स्वर्गीय संजीव कुमार जैन निवासी बबीना कैंट तहसील जिला झांसी का है।प्रार्थी के अनुसार उसने ग्वालियर निवासिनी के साथ प्रेम विवाह किया था और शादी के उपरांत दोनों पति पत्नी शहर झांसी के पास बबीना में निवास करने लगे थे जिसके उपरांत काम धंधे के चलते दोनों शहर मऊरानीपुर मैं जाकर बस गए ।
इसी दौरान युवती मन चंचल हो गया।उसे फिर से एक नए बंदे से प्रेम हो गया और वह उसके साथ आकर शहर ग्वालियर में निवास करने लगी।
नया प्रेमी पेशे से उच्च न्यायालय ग्वालियर में अधिवक्ता है ।पीड़ित सचिन जैन के द्वारा जब अपनी पत्नी को खोजने की कोशिश की गई तो उसको यह सब बात पता चली और उसने अपनी पत्नी को वापस लाने की कोशिश की तो वकील के द्वारा उसको धमकी दी गई और साथी अपने कानूनी दांवपेच के माध्यम से सचिन जैन के विरुद्ध फर्जी मुकदमे दर्ज करवाने की प्रक्रिया की गई ।
इतना ही नहीं सचिन जैन और उसकी विधवा मां के विरुद्ध झूठी शिकायत कर शहर ग्वालियर के महिला थाना में दहेज एक्ट का मुकदमा दर्ज करवाया गया और साथी उनके विरुद्ध घरेलू हिंसा का दावा भी न्यायालय में प्रस्तुत किया गया इसके अलावा उक्त वकील के द्वारा सचिन जैन के खिलाफ उसके स्थानीय थाने में झूठी शिकायत कर अपने प्रभुत्व का प्रयोग कर उसको गिरफ्तार करवाने की कोशिश की गई ।
स्थानीय थाने के द्वारा सत्य को जानने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई परंतु सचिन जैन इसके चलते बहुत परेशान भी हुआ सचिन जैन के द्वारा जी तोड़ कोशिश कर झांसी के ओरछा मंदिर से वकील और उसकी पत्नी के द्वारा जिस दिन विवाह किया गया कि वीडियो फुटेज प्राप्त की गई और अपनी पत्नी के विरुद्ध बिना तलाक दूसरी शादी करने पर कार्रवाई की मांग की गई परंतु दूसरे शहर का होने से और वकील के खिलाफ जाने से इस विषय पर उसे कोई न्याय प्राप्त नहीं हुआ बल्कि उलट जब वह ग्वालियर न्यायालय घरेलू हिंसा में उपस्थित हुआ तो उसे पता चला की उस वकील की बुआ की लड़की ही न्यायालय की जज है और उनके द्वारा भी सचिन जैन पर तलाक देने का दबाव निर्मित किया गया जिसकी शिकायत उसके द्वारा उच्च न्यायालय जबलपुर में भी की गई सचिन जैन आज भी न्याय की तलाश में दर दर की ठोकर खा रहा है और साथ ही उसकी विधवा मां परेशान होने को मजबूर है।
परेशान सचिन जैन ने अधिवक्ता की शिकायत एवं स्वयं विवाहित होते हुए प्रार्थी की विवाहित पत्नी को झांसे में लेकर अपने साथ रखने और अवैध संतान पैदा करने के लिए मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय अभिभाषक संघ ग्वालियर में उसका पंजीयन निरस्त करने की शिकायत भी दर्ज की है।
इसके साथ ही उक्त अधिवक्ता की शिकायत राज्य अधिवक्ता परिषद मध्यप्रदेश, जबलपुर में भी की है और बाकायदा 4 हजार का डिमांड ड्राफ्ट भी शिकायत में संलग्न किया है। इसके बावजूद भी उक्त वकील पर किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं की गई है।
इस रिपोर्ट से जुड़े सभी साक्ष्य बाइलायन24.com के पास सुरक्षित हैं।
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