अटेर से नासिक जा रहा था 665 किलो मिलावटी मावा, अफसरों ने ट्रेन में चढऩे से पहले पकड़ा

ग्वालियर। मप्र के कई जिलों में बिकने वाली खाद्य सामग्री में निरंतर मिलावट कर लोगों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। मिलावटखोरों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि बेखौफ खाद्य सामग्री में मिलावट खोरी कर धंधा जोरों पर चल रहे हैं। आज सुबह ग्वालियर रेलवे स्टेशन के बाहर फूड विभाग ने सूचना मिलने पर ऑटो में अटेर से बस से आया और नासिक के लिए ट्रेन से जाने वाला 665 किलो मावा की खेप पकड़ी है।

फूड अधिकारियों ने जब ऑटो चालकों से पूछा कि यहां किसने भेजा है तो उन्होंने बताया कि उन्हें तो दो लोगों ने स्टेशन पर छोडऩे के लिए कहा था तो वे किराए के चक्कर में यहां लाए थे।

फूड विभाग के अधिकारियों ने मावा की जांच की तो वह मीठी बर्फी का निकला। दीपावली को लेकर इतनी बड़ी क्वांटिटी में मावा की खेप नासिक जाने से पहले ही पकड़ ली।


इधर जैसे ही फूड विभाग ने मावा पकड़ा और इसकी सूचना मोर बाजार में मावा व्यापारियों को लगी तो हड़कंप मच गया। यहां छापे की संभावना से कई मावा व्यापारियों ने मावे की अनलोडिंग रुकवा दी।

स्टेशन पर पकड़ा गया मावा अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट में रखवा दिया है। अगर 24 घंटे तक मावा का स्वामी नहीं आता है तो इसे नकली और मिलावटी माना मानकर नष्ट कर दिया जाएगा।

बता दें कि त्योहार में सबसे ज्यादा मावा की सप्लाई भिंड के अटेर, पावई, सुरपुरा व गोरमी समेत अन्य स्थानों से पूरे देश भर में हो रही है। इसका एपिक सेंटर ग्वालियर है।

यह मावा गांव-गांव में जैमिनी वनस्पति, सोया और रिफाइंड से मावा तैयार हो रहा है। इससे पहले भी पुलिस ने भिंड में नकली दूध का कारोबार पकड़ा था, भिंड में रिफाइंड, पाम ऑइल, लिक्विड डिटर्जेंट से घर में नकली दूध बनाया जा रहा था, इसकी जानकारी मिलते ही खाद्य विभाग और पुलिस अफसरों ने यहां छापा मारा था।

665 किलो मावा हमने स्टेशन के बाहर से पकड़ा है। इसकी सप्लाई अटेर से नासिक होने जा रही थी। मावा किसका है इसके बारे में अभी मालूम नहीं चला है। 24 घंटे में कोई सामने नहीं आया तो मावा नष्ट कर दिया जाएगा।
संजीव खेमरिया
अपर कलेक्टर

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